Elon Musk Visit: भारत के ल‍िए क्‍या-क्‍या ग‍िफ्ट लेकर आ रहे एलन मस्‍क? एक-एक कर जान‍िए पूरी ड‍िटेल
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Elon Musk Visit: भारत के ल‍िए क्‍या-क्‍या ग‍िफ्ट लेकर आ रहे एलन मस्‍क? एक-एक कर जान‍िए पूरी ड‍िटेल

एलन मस्‍क की भारत यात्रा: एलन मस्क भारत में महज टेस्ला को ही नहीं बल्कि पूरा EV इको-सिस्टम ला रहे हैं. मस्क भारत की सरजमी पर न केवल टेस्ला का प्लांट लगाने जा रहे हैं बल्‍क‍ि यहां वह टेस्ला का पूरा इको सिस्टम तैयार करने की तैयारी में हैं. 

Elon Musk Visit: भारत के ल‍िए क्‍या-क्‍या ग‍िफ्ट लेकर आ रहे एलन मस्‍क? एक-एक कर जान‍िए पूरी ड‍िटेल

Elon Musk Plan For India: दुन‍िया के टॉप अरबपत‍ियों में शाम‍िल और टेस्‍ला के सीईओ अगले हफ्ते भारत आ रहे हैं. यहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होनी है. मस्‍क की भारत यात्रा कई मायनों में खास होने वाली है. उम्‍मीद की जा रही है क‍ि वह इस दौरान कुछ बड़े न‍िवेश की घोषणाएं कर सकते हैं. इस दौरान टेस्‍ला से लेकर स्‍पेस एक्‍स (Space X) तक की भारत में एंट्री का रास्‍ता साफ हो सकता है. इस दौरान उनकी तरफ से और भी बि‍जनेस के ल‍िए अरबों डॉलर के न‍िवेश का ऐलान क‍िया जा सकता है. आइए जानते हैं टेस्‍ला के अलावा भारत को उनकी हाल‍िया यात्रा से और क्‍या कुछ म‍िल सकता है? साथ ही जानते हैं उनके भारत आने से क्‍या-क्‍या बदल सकता है?

भारत के लिए मस्क की क्‍या सौगात?

एलन मस्क भारत में महज टेस्ला को ही नहीं बल्कि पूरा EV इको-सिस्टम ला रहे हैं. मस्क भारत की सरजमी पर न केवल टेस्ला का प्लांट लगाने जा रहे हैं बल्‍क‍ि यहां वह टेस्ला का पूरा इको सिस्टम तैयार करने की तैयारी में हैं. इसका सीधा सा मतलब है क‍ि एलन मस्क की तरफ से क‍िये जाने वाले न‍िवेश से उनकी टेस्‍ला कंपनी भारत में अपने अलग-अलग इलेक्ट्रिक व्हीकल मॉडलों की मैन्युफैक्चरिंग करने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा कंपोनेंट को लोकल लेवल पर ही सोर्स करेगी. इसके अलावा मस्‍क का इंटरनेट स्टरलिंक भी भारतीय बाजार में आगाज कर सकता है. स्पेस सेक्टर में एफडीआई नियमों में छूट देने के बाद मस्क भारत में स्पेस X की भी शुरुआत कर सकते हैं.

एलन मस्‍क की यह पहली भारतीय यात्रा है. वह इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला इंक और सैटेलाइन इंटरनेट कंपनी स्टारलिंक का काम भारत में शुरू करने का मन बना रहे हैं. ऐसे में उम्‍मीद की जा रही है क‍ि एलन मस्क भारत में 2 से 3 बिलियन डॉलर के इनवेस्‍टमेंट पर बात कर सकते हैं. अगर मस्‍क के इस इनवेस्‍टमेंट को लेकर बात बनती है तो आने वाले समय में भारत में नौकर‍ियों के मौके भी बढ़ेगे और भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को भी मजबूती म‍िलेगी.

भारत के लिए क्या बदलेगा?
अभी भारतीय बाजार में टाटा, एमजी मोटर्स, महिंद्रा मुख्य इलेक्ट्रिक कार कंपनियां हैं. पैसिंजर व्हीकल सेल में दो फीसदी ही इलेक्‍ट्र‍िक व्‍लीकल सेग्‍मेंट है. भारत आने वाले समय में अपने मैन्युफैक्चरिंग मार्केट को मजबूती देना चाहता है. टेस्ला की यूनिट लगने से मेक इन इंडिया मुह‍िम को भी मजबूती म‍िलेगी. टेस्ला की टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स से हुई डील के अनुसार वह उससे दुनियाभर के ऑपरेशन के लिए सेमिकंडक्टर चिप लेगी. इसका सीधा सा मतलब हुआ क‍ि टेस्ला इंड‍ियन मार्केट में सप्लाई चेन की इच्छुक है. टेस्ला की तरफ से भारत में बनाई जाने वाली मॉडल 2 की कारों की कीमत 25 लाख रुपये के करीब हो सकती है. इससे भारत में काम कर रही कंपन‍ियों के ल‍िए कॉम्पिटीशन बढ़ जाएगा. लोगों को ज्‍यादा ऑप्‍शन म‍िलेंगे तो आने वाले समय में इलेक्‍ट्र‍िक्‍  व्‍हीकल के दाम नीचे आ सकते हैं.

मस्क को भारत से फायदा?
टेस्ला की ब‍िक्री में प‍िछले दो साल से ग‍िरावट दर्ज की जा रही है. सालाना कमाई के आंकड़े भी पिछले दो साल में नीचे आए हैं. इसका बड़ा कारण यह है क‍ि टेस्‍ला को चीनी और यूरोपियन कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है. टेस्ला अगर भारत में कदम रखती है तो उसे नया कंज्‍यूमर बेस मिलेगा. ज‍िससे वह अपना खोया हुआ रुतबा फ‍िर से पा सकती है. भारतीय बाजार में ब‍िक्री बढ़ने से वह सालाना कमाई के आंकड़े को फ‍िर से हास‍िल कर सकती है.

स्टारलिंक का आगाज होगा?
एलन मस्‍क की इंटरनेट कंपनी स्‍टारल‍िंक की प‍िछले काफी समय से भारत आने की चर्चा है. स्टारलिंक की तरफ से भी इंड‍ियन मार्केट में आने का सपना देखा जा रहा है. लेकिन इसमें उसे कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ रहा है. साल 2023 में सरकार की तरफ से टेलिकॉम एक्‍स को पास कर कुछ अड़चनों को दूर क‍िया गया. अब सरकार की तरफ से एक बयान में कहा गया क‍ि स्टारलिंक को लाइसेंस देने का रास्ता साफ है. इसके ल‍िए होम म‍िन‍िस्‍ट्री की मंजूरी बाकी है. भारत में स्टारलिंक की एंट्री से लोगों को सैटेलाइन बेस्‍ड इंटरनेट मिलेगा. यह भी उम्‍मीद है क‍ि मस्क भारत में अपना सैटेलाइट इंटरनेट भी शुरू कर सकते हैं.

स्पेस X की एंट्री
स्पेस X की तरफ से सस्ती दर पर स्पेस में सैटेलाइट भेजने का काम क‍िया जाता है. साल 2023 में इंडियन स्पेस पॉलिसी आई. सरकार की तरफ से इस सेक्टर के ल‍िए एफडीआई नियमों को आसान क‍िया गया. ऐसे में भारत में स्पेस एक्स की एंट्री के रास्ते में अब कोई बड़ी अड़चन नहीं है. इससे आने वाले समय में स्पेस X के ल‍िए भारतीय बाजार आगे बढ़ने में मददगार साब‍ित होगा.

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