ITR Filing: यदि आपको हाल-फिलहाल में 15,490 रुपये या किसी अन्य राशि के इनकम टैक्स रिफंड का दावा करने वाला मैसेज प्राप्त हुआ है. साथ ही आपको इसे पाने के लिए बैंक अकाउंट को वेरिफाई या अपडेट करने के लिए कहा जा रहा है तो आप इसे पूरी तरह इग्नोर कर दें.
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Income Tax Refund Ay 2023-24 News: अगर आपने इस बार आईटीआर फाइल (ITR Filing) किया है और आपका इनकम टैक्स रिफंड बन रहा है तो यह खबर आपके काम की है. रिफंड फाइल करने पर आपको सचेत रहने की जरूरत है, वरना आपकी एक गलती आपके ऊपर भारी पड़ सकती है. जी हां, यदि आपको हाल-फिलहाल में 15,490 रुपये या किसी अन्य राशि के इनकम टैक्स रिफंड का दावा करने वाला मैसेज प्राप्त हुआ है. साथ ही आपको इसे पाने के लिए बैंक अकाउंट को वेरिफाई या अपडेट करने के लिए कहा जा रहा है तो आप इसे पूरी तरह इग्नोर कर दें.
लालच देकर लोगों को ठगा जा रहा
बिना ऑडिट वाले मामलों के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) फाइल करने की अंतिम तिथि पूरी हो गई है. इस बार रिकॉर्ड 6.77 करोड़ इनकम टैक्स रिफंड फाइल हुए हैं. इन आईटीआर पर विभाग की तरफ से उनके रिटर्न पर रिफंड प्रोसेस किया जा रहा है. स्पैमर इस मौके का फायदा फर्जी आयकर रिफंड मैसेज का लालच देकर लोगों को ठगने के लिए कर रहे हैं. ऐसा ही एक मैसेज वायरल हो रहा है. इस मैसेज को पीआईबी फैक्ट चेक की तरफ से शेयर किया गया है.
मैसेज में क्या है?
इस मैसेज में लिखा है 'प्रिय महोदय, आपको 15,490/- रुपये का आयकर रिफंड स्वीकृत किया गया है, राशि शीघ्र ही आपके खाते में जमा कर दी जाएगी. कृपया अपना खाता नंबर 5XXXX6755 सत्यापित करें. यदि यह सही नहीं है, तो कृपया नीचे दिए गए लिंक पर जाकर अपने बैंक खाते की जानकारी अपडेट करें. https://bit.ly/20wpYK6”. इस मैसेज को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से रीट्वीट भी किया गया है.
टैक्सपेयर्स को यह ध्यान रखना जरूरी है कि इनकम टैक्स विभाग आपसे कभी भी मैसेज के जरिये बैंक अकाउंट की जानकारी देने या अपडेट करने के लिए नहीं कहेगा. इनकम टैक्स रिफंड सीधे टैक्सपेयर्स की तरफ से रिटर्न दाखिल करने के समय दिए बैंक अकाउंट में भेजा जाता है. इतना ही नहीं आयकर विभाग की तरफ से रजिस्टर्ड ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर के जरिये टैक्सपेयर्स को रिफंड की जानकारी भी दी जाती है.
आईटीआर को आयकर विभाग द्वारा विधिवत संसाधित करने के बाद ही रिफंड भेजा जाता है. यदि आईटीआर संसाधित नहीं हुआ है और कर विभाग को अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो यह करदाताओं की पंजीकृत ईमेल आईडी पर एक सूचना भेजता है. ऐसे में आपको यह सलाह दी जाती है कि एसएमएस या अन्य मैसेजिंग ऐप के जरिये भेजे गए किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करें. केवल आयकर विभाग की तरफ से भेजे गए संदेश का ही जवाब देना चाहिए.