इकोनॉमिक रिकवरी के रास्ते पर बढ़ चुके हैं हम, पीएम मोदी ने गिनाईं 5 वजहें
Advertisement
trendingNow1775261

इकोनॉमिक रिकवरी के रास्ते पर बढ़ चुके हैं हम, पीएम मोदी ने गिनाईं 5 वजहें

कोरोना संकट (Coronavirus) ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था (economy) को पटरी से उतार दिया है. अमेरिका, यूरोप और एशिया के ज्यादातर देशों की आर्थिक स्थिति डांवाडोल है.

इकोनॉमिक रिकवरी के रास्ते पर बढ़ चुके हैं हम, पीएम मोदी ने गिनाईं 5 वजहें

नई दिल्ली: कोरोना संकट (Coronavirus) ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था (economy) को पटरी से उतार दिया है. अमेरिका, यूरोप और एशिया के ज्यादातर देशों की आर्थिक स्थिति डांवाडोल है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा है कि भारत इकोनॉमिक रिकवरी (economic recovery) के रास्ते पर चल पड़ा है. अमरेकिा और यूरोप में जहां कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है, पीएम मोदी का बयान सुकून और मनोबल बढ़ाने वाला है. 

अंग्रेजी अखबार The Economic Times को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने इकोनॉमिक रिकवरी के पांच संकेतों के बारे में बताया. 

पीएम मोदी ने बताए इकोनॉमिक रिकवरी के 5 संकेत

 

संकेत नंबर 1. कृषि क्षेत्र में पैदावार 

पीएम मोदी ने कहा कि हम इकोनॉमिक रिकवरी की ओर बढ़ चुके हैं, सभी इंडीकेटर्स भी यही बताते हैं. सबसे पहले अगर कृषि की बात करें तो हमारे किसानों से सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. अबतक की सबसे ज्यादा MSP पर हमने रिकॉर्ड पैदावार की है. ये दो फैक्टर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान डालेंगे. 

संकेत नंबर 2. नई ऊंचाई पर FDI 

रिकॉर्ड FDI (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) से संकेत मिलता है कि भारत की छवि एक बेहतर निवेश वाले देश के तौर पर और मजबूत हुई है. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद अप्रैल-अगस्त के दौरान देश में 3573 करोड़ डॉलर का सर्वोच्च FDI आया है, ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 13 परसेंट ज्यादा है. 

संकेत नंबर 3. ऑटो सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार

तीसरा संकेत ऑटो सेक्टर में बिक्री को लेकर है, जिसमें ट्रैक्टर्स भी शामिल हैं, जो कि पिछले साल के स्तर पर या तो पहुंचने वाली है, या उसको पार करने वाली है, इससे पता चलता है कि मांग में काफी तेजी आई है. 

संकेत नंबर 4. मैन्यूफैक्चरिंग में नई छलांग

मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में स्थायी ग्रोथ की वजह से इमर्जिंग मार्केट्स में भारत दो पायदान उछलकर तीसरे नंबर पर आ गया है, हमारे ऊपर अब सिर्फ चीन और ब्राजील हैं. ई-वे बिल, GST कलेक्शन भी अच्छे रहे हैं. 

संकेत नंबर 5. रोजगार के मौके बने 

रोजगार के मोर्च पर EPFO के आंकड़े देखिए. अगस्त 2020 में EPFO के नेट सब्सक्राइबर्स की संख्या जुलाई 2020 के मुकाबले 34 परसेंट बढ़ी है. इस दौरान 10 लाख से ज्यादा लोग EPFO से जुड़े हैं. इससे पता चलता है कि जॉब मार्केट में भी सुधार हो रहा है. 
इसके अलावा विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड ऊंचाई पर है. रेलवे माल भाड़ा ट्रैफिक, बिजली डिमांड में भी तेज बढ़ोतरी हुई है. इससे पता चलता है कि इकोनॉमिक रिकवरी व्यापक तौर पर हुई है. 

इस इंटरव्यू में पीएम ने संभलती हुई अर्थव्यवस्था पर संतोष जताया, और एक बार फिर 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य दोहराया. पीएम मोदी ने भरोसा जताया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर (5 Trillion dollar economy) के लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब रहेगी. उन्होंने कहा कि निराशावादी लोगों को इस पर संदेह हो सकता है लेकिन देश की जनता को इस लक्ष्य को हासिल करने का पूरा भरोसा है. इसी भरोसे से हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है.

Trending news