फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने सोशल नेटवर्क का दुरुपयोग रोकने में नाकाम रहने पर यूरोपीय यूनियन के सांसदों से माफी मांगी है. जानिए क्या है बार-बार माफी मांगने का कारण
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नई दिल्ली: फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने सोशल नेटवर्क का दुरुपयोग रोकने में नाकाम रहने पर यूरोपीय यूनियन के सांसदों से माफी मांगी है. मामला 8.7 करोड़ फेसबुक यूजर के डाटा लीक से जुड़ा है, जिसका इस्तेमाल कैंब्रिज एनालिटका ने अपने फायदे के लिए किया था. फेसबुक संस्थापक ने अब तक जितनी बार माफी मांगी है वह डाटा लीक से ही जुड़ी रही है. उन्होंने 12 साल में यह 9वीं माफी मांगी है.
1-सितंबर 2006 : टि्वटर लांच होने वाला था. उस दौरान फेसबुक 'न्यूज फीड' फीचर लेकर आया था. इस फीचर में यूजर के होम पेज पर स्टोरी लगातार अपडेट होती रहती हैं. फेसबुक के अस्तित्व में आने के दो साल के भीतर यूजरों ने इस फीचर को अपनी निजता में घुसपैठ कहा था. तब जुकरबर्ग ने माफी मांगी थी.
2-दिसंबर 2007 : इसके बाद जुकरबर्ग को तब माफी मांगनी पड़ी जब यूजर को फेसबुक यह बताने लगा था कि उनके दोस्त ने क्या नया सामान खरीदा है. दरअसल जुकरबर्ग ने 'बेकन' (Beacon) नाम से फीचर शुरू किया था. इसमें यूजर की किसी अन्य वेबसाइट से ऑनलाइन खरीद का पता औरों को चल जाता था.
3-मई 2010 : वाल स्ट्रीट जर्नल ने खुलासा कि था कि फेसबुक यूजर डाटा विज्ञापन कंपनियों को दे रहा है. इसमें यूजर का नाम और अन्य निजी जानकारी शामिल थी. यह तब था जब फेसबुक ने यूजर से वादा किया था कि वह बिना उनकी रजामंदी के डाटा किसी से शेयर नहीं करेगा. तब जुकरबर्ग ने कहा था कि हम मानदंडों का पालन करने में नाकाम रहे.
4-नवंबर 2011 : फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) ने बताया कि फेसबुक का यह दावा कि थर्ड पार्टी ऐप्लीकेशन सिर्फ जरूरत का डाटा ही निकाल पाती हैं, गलत निकला. एफटीसी ने कहा कि थर्ड पार्टी ऐप यूजर का सभी पर्सनल डाटा निकाल लेती हैं.
5-सितंबर 2017 : नवंबर, 2016 में जुकरबर्ग ने कहा था कि फेसबुक प्लेटफॉर्म से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों पर प्रभाव पड़ने की बात करना 'क्रेजी आइडिया' है. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक इसके एक साल बाद फेसबुक के सीईओ ने अपने बयान पर माफी मांगी थी.
6-अक्तूबर 2017 : इस बार कोई विवाद उत्पन्न नहीं हुआ लेकिन जुकरबर्ग ने उन लोगों से माफी मांगी जिनकी भावना को जाने-अनजाने आहत किया था.
7-मार्च 2018 : इस साल कैंब्रिज एनालिटिका को डाटा लीक करने के मामले का खुलासा हुआ. जुकरबर्ग ने कहा कि यह भरोसा को तोड़ना है और माफी मांगी.
8-अप्रैल 2018 : डाटा लीक पर अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष माफी मांगी.
9-मई 2018 : ईयू संसद के सामने भी डाटा लीक पर क्षमा प्रार्थना की.