31 मार्च, 2021 यानी फाइनेंशियल ईयर 2020-21 का आखिरी दिन. 1 अप्रैल से नया फाइनेंशियल इयर शुरू हो रहा है. व्यापारिक लिहाज से बीता साल कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की वजह से वैश्विक स्तर पर एकदम सामान्य रहा. कई मायनों में बीता साल उतार-चढ़ावों से भरा रहा. इसके बावजूद लोगों ने सुरक्षित निवेश के विकल्प को तलाशते हुए गोल्ड यानी सोने में जमकर निवेश किया. वहीं अगर पिछले एक साल के बही खाते और रिटर्न की बात करें तो सोना अब भी वहीं दिखा जहां एक साल पहले था.
31 मार्च, 2021 यानी वित्तीय वर्ष 2020-21 के आखिरी दिन सोने पर मिलने वाले रिटर्न की बात करें तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.
शेयर बाजार ने जब फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के शुरुआत में निवेशकों को झटका दिया तो लोगों ने सुरक्षित निवेश के विकल्पों की तलाश की इसके बाद सामने आए डेटा के मुताबिक सोने यानी गोल्ड में जमकर निवेश हुआ.
पिछले एक साल के खाता बही पर नजर डालें तो गोल्ड एक साल पहले जहां था, वहीं टिका है. यानी वित्तीय वर्ष 2019-20 के आखिरी दिन 31 मार्च 2020 को सोना 43,335 रुपये प्रति 10 ग्राम था, वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 के आखिरी दिन 31 मार्च को 2021 को सोना 44300 के आस-पास कारोबार करता दिखा.
वहीं 31 मार्च 2020 से 31 मार्च 2021 के बीच गोल्ड प्राइस की तुलना करें तो अभी सोना 43300 रुपये के आसपास है. जबकि ठीक साल पहले भी सोने का भाव यही था. यानी 31 मार्च 2021 को सोने की कीमत सालभर पहले जहां टिकी थी, फिर उसी लेवल पर पहुंच गई है.
हालांकि वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान सोने रिकॉर्ड हाई स्तर को भी छुआ. मार्केट के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त 2020 में MCX पर 10 ग्राम सोने का भाव 56191 रुपये के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा था. वहीं पिछले साल सोने ने 43 फीसदी का रिटर्न दिया था.
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