सोना (Gold) खरीदते वक्त अक्सर लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि कहीं ये सोना नकली तो नहीं? वैसे तो हॉलमार्क (Hallmark) के विज्ञापनों के जरिए लोग काफी जागरूक हुए हैं, लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग पैसा बचाने के चक्कर में दुकानदारों के झांसे में आ जाते हैं, और नकली सोना खरीद बैठते हैं. इस तरह की धोखाधड़ी से बचाने के लिए आज हम 5 ऐसे तरीके बताएंगे जिससे आप सोने को अच्छे से परख सकेंगे कि वो असली है या नकली. आइए जानते हैं उन तरीकों के बारे में...
सबसे ज्यादा जरूरी इस तथ्य को जानना है कि 24 कैरेट गोल्ड की ज्वैलरी नहीं बनती. हालांकि असली सोना 24 कैरेट का ही होता है, लेकिन इसके आभूषण नहीं बनते, क्योंकि वो बेहद मुलायम होता है. आम तौर पर ज्वैलरी के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है.
सोना खरीदते वक्त एक चुंबक अपने साथ जरूर साथ ले जाएं और उसे सोने पर रखकर चेक करें. अगर सोना नकली होगा तो चुंबक उस पर चिपक जाएगी. क्योंकि असली सोना चुंबक की ओर आकर्षित नहीं होता है. इसके अलावा सोने पर कभी जंग भी नहीं लगती. अगर आपको सोने पर जंग नजर आए तो समझ जाएं कि वो सोना नकली है.
तीसरा सबसे आसान तरीका पानी से गोल्ड की टेस्टिंग करना है. सबसे पहले एक गहरे बर्तन में 2 गिलास पानी डालें और फिर ज्वैलरी को इस पानी में डाल दें. अगर ये ज्वैलरी पानी में तैरने लगती है तो समझ जाइए कि आपका सोना असली नहीं है. वहीं, अगर ज्वैलरी पानी के बर्तन में सतह पर बैठ जाए तो समझ जाइए कि सोना असली है.
इन सबके अलावा एक और तरीका, सोने को अपने दांतों से टेस्ट करने का है. आपको सिर्फ सोने को कुछ देर तक अपने दांतों से दबाकर रखना होगा. अगर आपका सोना असली होगा तो इस पर आपके दांतों के निशान दिखाई देंगे और वो स्मेल नहीं करेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि सोना एक बहुत ही नाजुक धातु है. पर ध्यान रहे, सोने को इतना ही तेज दबाएं जिससे वो टूटे ना.
हमेशा हॉलमार्क (Hallmark) देखकर ही सोना खरीदें. ये एक तरह की सरकारी गारंटी है, जो बताती है कि सोना असली है. हॉलमार्क पर 5 अंक होते हैं. सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है. मसलन 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 पर 750 लिखा होता है. इससे शुद्धता में शक नहीं रहता. हालांकि यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क ओरिजनल है या नहीं? असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का तिकोना निशान होता है. उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो (LOGO) के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है. उसी में ज्वैलरी निर्माण का वर्ष और लोगो भी होता है.
आप सिरका (Vinegar) का इस्तेमाल करके भी सोने के असली या नकली होने की पहचान कर सकते हैं. बस आपको सिरके की कुछ बूंदें गहने पर डालनी होगी. अगर सोना असली होगा तो उसमें कोई बदलाव नजर नहीं आएगा. लेकिन नकली होने पर विनेगर की बूंदें जहां भी पड़ेंगी, गहने का रंग बदल जाएगा.
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