उत्तर प्रदेश में तत्काल ड्राइविंग लाइसेंस सुविधा को लेकर जल्द ही प्रस्ताव बनाकर इस दिशा में काम शुरू किया जाएगा. बुधवार को डासना में वाहनों के पहले प्राइवेट फिटनेस सेंटर का लोकार्पण करने आए यूपी के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने ड्राइविंग लाइसेंस के टाइम स्लॉट लेने में लोगों को हो रही दिक्कत के सवाल पर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इसका विकल्प तत्काल सिस्टम हो सकता है.
तत्काल सिस्टम के शुरू होने से जरूरतमंद लोगों को लाइसेंस हासिल करने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अभी अधिकारी दो लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस तत्काल श्रेणी में जाकर बनवा सकते हैं, लेकिन पब्लिक अभी तत्काल में बुकिंग नहीं कर सकती है, लेकिन सिस्टम में बदलाव करके पब्लिक के लिए सीधे तत्काल श्रेणी में ड्राइविंग लाइसेंस बुक करने की सुविधा शुरू की जाएगी. अभी इसका ड्राफ्ट तैयार नहीं है, लेकिन जल्द ही इस दिशा काम शुरू हो जाएगा.
जिस तरह तत्काल पासपोर्ट और तत्काल रेलवे टिकट के लिए अतिरिक्त चार्ज देना पड़ता है, उसी तर्ज पर तत्काल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अतिरिक्त फीस ली जा सकती है. हालांकि अभी अधिकारियों के पास दो तत्काल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का अधिकार होता है, उसके लिए कोई अतिरिक्त फीस नहीं लगती है, लेकिन जब लोग इसके लिए अप्लाई करेंगे तो उन्हें जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी होगी.
अभी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एक लंबी प्रकिया से गुजरना पड़ता है. लोगों को अभी टाइम स्लॉट हासिल करने में बहुत अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ता है. कभी कभी टाइम स्लॉट 3-3 महीने बाद का होता है. ऐसे में अगर किसी को तुरंत ड्राइविंग लाइसेंस चाहिए तो मुश्किल होती है. लेकिन तत्काल सिस्टम से जरूरतमंद को समय पर डीएल मिल जाएगा.
परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने बताया कि ट्रायल के तौर पर उत्तर प्रदेश का पहला प्राइवेट फिटनेस सेंटर खोला गया है. यहां पर कोई भी जाकर अपने वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट ले सकता है. इसके अलावा RTO में पहले की तरह ही यह सुविधा चलती रहेगी. वहां पर ऑनलाइन स्लॉट लिया जाएगा. मैनुअल फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जाएगा. यह ट्रायल सफल रहा है तो बाकी जगह पर भी इस तरह की सुविधा शुरू की जाएगी. यानी वाहनों की फिटनेस जांच के लिए अब लोगों को परिवहन कार्यालय में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
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