Rupees-Dollar ऑक्शन से बैंकों को 35000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
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नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रोजगार मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि FinTech को अपनाने के मामले में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है. इसकी वजह से देश में काफी रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट में 9 गुना बढ़ोतरी हुई है. 7 पेमेंट्स बैंक को RBI ने मंजूरी दी है और इनका ऑपरेशन शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि पेमेंट्स बैंकों के साथ बहुत जल्द उनकी बैठक भी होने वाली है. शक्तिकांत दास ने कहा कि FinTech सेक्टर के लिए एक रेगुलेटरी फ्रेमवर्क की जरूरत है जिससे ग्राहकों और हितधारकों की रक्षा की जा सके.
नीति आयोग सोमवार को देश की राजधानी नई दिल्ली में फिनटेक सम्मेलन का आयोजन करेगा, जिसका उद्घाटन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास करेंगे. नीति आयोग द्वारा इस बाबत आधिकारिक घोषणा रविवार को की गई. नीति आयोग के बयान के अनुसार, सरकार और आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा अग्रणी वित्तीय संस्थानाओं के करीब 300 प्रतिनिधि इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
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नीति आयोग ने कहा, "इसका मकसद फिनटेक में लगातार भारत की प्रधानता को आकार प्रदान करने के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों व नीतिगत प्रयासों की रिवायत गढ़ना है. इसके अलावा व्यापक वित्तीय समावेशन के कदमों पर विचार-विमर्श करना है."
बैंकिंग सेक्टर कैश किल्लत से जूझ रही है. बैंकों की तरफ से RBI से लगातार कैश की मांग की जा रही है. ऐसे में सीधे कैश देने की जगह सेंट्रल बैंक ने स्वैप ऑक्शन (Rupees dollar swap auction) का रास्ता अपनाया है जो 26 मार्च को होगा. इसके जरिए करीब 35000 करोड़ रुपये बैंकों को दिए जाएंगे. शक्तिदांस ने कहा कि RBI की नजर तरलता की स्थिति (Liquidity situation) पर बनी हुई है. अगर किसी को लोन नहीं मिल रहा है तो इसकी पूरी संभावना है कि बैलेंस शीट सही नहीं होगा.