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नई दिल्ली: देश में कई बैंक हैं. इनमें कुछ सरकारी हैं और कुछ प्राइवेट. ये बैंक जरूरत और समय के हिसाब से अपने बैंकिग के नियमों में बदलाव करते हैं. जिसका प्रभाव ग्राहकों पर पड़ता है. ऐसे ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और आईसीआईसीआई बैंक ने इस महीने 1 फरवरी 2022 से अपनी बैंकिंग प्रणाली में बदलाव की घोषणा की है. आइए बताते हैं इसके बारे में..
आपको बता दें कि बैंकिंग नियम चेक भुगतान, धन लेनदेन के संबंध में हैं. विभिन्न सेवाओं आदि पर शुल्क भी लागू हुआ है. SBI, PNB और BOB में ये नियम 1 फरवरी से लागू हो गए हैं, जबकि ICICI बैंक में ये नियम 10 फरवरी से लागू होंगे.
ICICI बैंक ने सभी आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्डों पर अपना शुल्क बढ़ाने वाला है. बैंक 10 फरवरी से ग्राहकों को 2.50 फीसदी ट्रांजेक्शन फीस लेगा. चेक या ऑटो-डेबिट वापिस आ जाता है तो उस मामले में बैंक ने कुल अमाउंट पर 2 प्रतिशत चार्ज करेगा. इसके अलावा ग्राहक के बचत खाते से 50 रुपये प्लस जीएसटी डेबिट (चार्ज) किया जाएगा.
SBI ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग अपनाने के लिए मुफ्त IMPS ऑनलाइन लेनदेन की सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है. बैंक ने घोषणा की कि 1 फरवरी से ग्राहक पहले की 2 लाख रुपये की सीमा के बजाय 5 लाख रुपये तक का लेनदेन कर सकते हैं. SBI ने एक बयान में कहा कि वो YONO सहित इंटरनेट बैंकिंग / मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से किए गए 5 लाख रुपये तक के तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) लेनदेन पर कोई सेवा शुल्क नहीं लेगा.
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लेकिन अगर कोई बैंक की ब्रांच में जाकर IMPS के जरिए पैसा भेजना चाहता है, तो 1 फरवरी 2022 से 1000 रुपये तक के लेन-देन पर शून्य चार्ज होगा. वहीं 1000 से ज्यादा और 10000 रुपये तक पर 2 रु+जीएसटी, 10000 से अधिक और 1 लाख तक पर 4 रु+जीएसटी, 1 लाख से अधिक और 2 लाख तक पर 12 रु+जीएसटी, 2 लाख से अधिक और 5 लाख तक पर 20 रु+जीएसटी देने होंगे.
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के बदले हुए नियम का असर सीधा आपकी जेब पर पड़ेगा. दरअसल, अब अगर आपके अकाउंट में पैसे न होने के कारण किस्त या निवेश फेल हो जाती है तो आपको 250 रुपये पेनल्टी चुकानी होगी. अभी तक ये पेनाल्टी 100 रुपये थी. यानी आज से अब आपको इसके लिए अधिक रकम देना होगा.
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अगर आप बैंक ऑफ बड़ौदा के कस्टमर हैं, तो आपके लिए 1 फरवरी से चेक क्लीयरेंस (cheque clearance rule) से जुड़े नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं. बता दें 1 फरवरी से चेक पेमेंट के लिए कंफर्मेशन अनिवार्य होगा. इस बात की जानकारी बैंक ने दी है. (BOB New Rule) बैंक के मुताबिक अगर कंफर्मेशन नहीं होता है तो चेक वापस कर दिया जाएगा. बैंक का कहना है कि, 'हमारा सुझाव है कि आप CTS क्लीयरिंग के लिए पॉजिटिव पे (Positive pay system) की सर्विस का फायदा उठाएं.