Q2 Result: बेपटरी हो रही Vodafone Idea, कर्ज से निकलने की कोशिशें नाकाम, अब तगड़ा नुकसान
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Q2 Result: बेपटरी हो रही Vodafone Idea, कर्ज से निकलने की कोशिशें नाकाम, अब तगड़ा नुकसान

Vodafone Idea Q2 Result: देश में टेलीकॉम सेक्टर में कुछ ही कंपनियां हैं. हालांकि उनमें से एक कंपनी का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस कंपनी का नाम वोडाफोन-आइडिया है. वोडाफोन-आइडिया का दूसरी तिमाही में काफी ज्यादा नेट लॉस हुआ है. आइए जानते हैं इसके बारे में...

Q2 Result: बेपटरी हो रही Vodafone Idea, कर्ज से निकलने की कोशिशें नाकाम, अब तगड़ा नुकसान

Vodafone Idea Share Price: इन दिनों कंपनियों की ओर से अपने तिमाही नतीजे जारी किए जा रहे हैं. कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर सामने आए हैं तो कुछ कंपनियों को तगड़ा झटका लगा है और नुकसान हुआ है. वहीं कुछ कंपनियों के मुनाफे में भी कमी देखने को मिली है. इस बीच टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने भी अपने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. हालांकि तमाम कोशिशों के बावजूद कंपनी मुनाफा दर्ज करने में नाकाम है और कंपनी को काफी ज्यादा घाटा उठाना पड़ा है.

वोडाफोन आइडिया का रिजल्ट

वोडाफोन आइडिया लिमिटेड अपना घाटा कम नहीं कर पा रहा है और कंपनी का नुकसान बरकरार है. इस बीच कंपनी ने इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए अपने परिणाम जारी कर दिए हैं. कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत नेट लॉस बढ़ गया है. कंपनी को इस बार 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का घाटा उठाना पड़ा है.

घाटा बढ़ा

इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़कर 8,737.9 करोड़ रुपये हो गया. वीआईएल ने गुरुवार को शेयर बाजार को अपने तिमाही नतीजों की जानकारी दी है. शेयर बाजार को दी गई तिमाही नतीजों की सूचना में कंपनी की ओर से कहा गया है कि एक साल पहले की समान अवधि में उसे 7,595.5 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था. वहीं अब कंपनी का घाटा बढ़ गया है.

रेवेन्यू स्थिर

हालांकि कंपनी का रेवेन्यू स्थिर बना हुआ है. कंपनी को परिचालन से होने वाला एकीकृत राजस्व जुलाई-सितंबर तिमाही में 10,716.3 करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर बना रहा. पिछले साल की समान अवधि में इसने 10,655.5 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया था. वोडाफोन आइडिया अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद कर्ज के बोझ से निकल पाने में नाकाम रही है. इसका असर परिचालन क्षमताओं पर भी देखा गया है. (इनपुट: भाषा)

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