'मरने के लिए इस बटन को दबाएं'...कंपनी ने तैयार की डेथ मशीन, ₹1600 खर्च कर खरीद सकते हैं मौत! बैन की उठी मांग
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'मरने के लिए इस बटन को दबाएं'...कंपनी ने तैयार की डेथ मशीन, ₹1600 खर्च कर खरीद सकते हैं मौत! बैन की उठी मांग

Suicide Machine in Switzerland: साल  2019 में वेनिस डिजाइन फेस्टिवल में सबसे पहले इस  3डी प्रिंटेड कैप्सूल को दिखाया गया था. अब स्विजरलैंड में इसके इस्तेमाल की बात की जा रही है. इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक इस पॉड में 10 मिनट में लोगों को आरामदायक मौत दी जाती है. 

 Suicide Machine in Switzerland

Suicide Machine in Switzerland: भगवान ने ये जिंदगी तोहफे के तौर पर हमें दी हैं, लेकिन ऐसे कई लोग हैं, जो अपनी परिस्थितियों के सामने घुटने टेक देते हैं. लोग सुसाइड जैसे खतरनाक कदम के बारे में सोचने लगते हैं. सुसाइड किसी समस्या का हल नहीं है, लेकिन सुसाइड को बेहतर बनाने के लिए स्विट्जरलैंड में एक विवादित मशीन चर्चा में बना हुआ है. इस सुसाइड पॉड में लेटते ही इंसान की 10 मिनट में मौत हो जाएगी. न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक स्विजरलैंड में एक सुसाइड पॉड 'सार्को' के इस्तेमाल को लेकर बहस शुरू हो गई है. इस डेथ मशीन में बस एक बटन के दबाते ही इंसान की मौत हो जाएगी. कहा ये जा रहा है कि इस मशीन को इस्तेमाल उन लोगों के लिए होगा, जिन्हें किसी लाइलाज बीमारी के लिए इच्छामृत्यु की चाहत है. लेकिन इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है.  

सुसाइड पॉड को लेकर विवाद  

साल  2019 में वेनिस डिजाइन फेस्टिवल में सबसे पहले इस  3डी प्रिंटेड कैप्सूल को दिखाया गया था. अब स्विजरलैंड में इसके इस्तेमाल की बात की जा रही है. इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक इस पॉड में 10 मिनट में लोगों को आरामदायक मौत दी जाती है. पॉड के भीतर धीरे-धीरे ऑक्सीजन कम होता जाता है और नाइट्रोजन बढ़ने लगता है. लिहाजा व्यक्ति बेहोश हो जाता है और लगभग 10 मिनट के भीतर वह दमतोड़ देता है.  बता दें कि स्विट्जरलैंड ने 1942  से ही इच्छामृत्यु को कानूनी मान्यता प्राप्त है. 

किसने बनाई मौत की मशीन  

स्विट्जरलैंड में इच्छामृत्यु को 1942 से कानूनी तौर पर मान्यता प्राप्त है. साल 2020 में वहां करीब 1300 लोगों ने अलग-अलग संगठनों की मदद से इच्छामृत्यु को स्वीकार किया था. बीते साल दिसंबर में वहां की सरकार ने इच्छामृत्यु की एक मशीन को कानूनी मंजूरी दे दी थी, जिसके बाद से विवाद बढ़ता चला गया. इस 'सुसाइड पॉड' का निर्माण एक एनजीओ एग्जिट इंटरनेशनल के डायरेक्टर डॉ फिलिप निश्के की मदद से किया गया था जिन्हें 'डॉक्टर डेथ' के नाम से भी जाना जाता है. इस सुसाइड पॉड का डिजाइन Nitschke और डंच डच औद्योगिक डिजाइनर अलेक्जेंडर बैनिंक ने तैयार की. 

मौत की मशीन बनाने का खर्च  

इस सुसाइड पॉड को बनाने में 12 साल का वक्त लगा है. इसे Nitschke नाम की एनजीओ ने तैयार करवाया है. जिसे बनाने में  710,401 अमेरिकी डॉलर का खर्च आया है. स्विट्जरलैंड की ‘द लास्ट रिजॉर्ट’ संस्था इच्छामृत्यु के पक्ष में आवाज उठाती रही है. उसका मानना है कि इस सुसाइड पॉड से कोई नुकसान नहीं है.  उसकी दलली है कि यह सरको पॉड  की मदद से उन लोगों को आराम की मौत मिल सकेंगी, जो लाइलाज बीमारी के दर्द से जूझ रहे हैं और इच्छामृत्यु चाहते हैं. 

मरने के लिए कितना खर्च  
  
सुसाइड पॉड के इस्तेमाल के लिए आपको पैसे खर्च करने होंगे. यह सुसाइड पोड मुफ्त नहीं है, इस सुसाइड पोड के लिए आपको 20 डॉलर यानी करीब   1600 रुपये खर्च करने होंगे.  इसके इस्तेमाल करने की कुछ शर्तें जरूर है. जिसमें सबसे पहली शर्त है कि जिसे इस पॉड का इस्तेमाल करना है, वो मानसिक तौर पर सही हो.  इसके इस्तेमाल से पहले कई शर्तों को पूरा करना होता है, कई तरह से टेस्ट करवाने होते हैं.  हालांकि स्विजरलैंड में इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है.  

Disclaimer: सुसाइड/ आत्महत्या की किसी समस्या का समाधान नहीं है. इस तरह के कदम से आपके अपनों, रिश्तेदारों, दोस्तों को बड़ा धक्का लगता है. अगर कभी भी कभी तनाव में , गुस्से में इस तरह का विचार भी मन में आए तो तुरंत अपने दोस्तों, परिवार वालों से बात करें. परिस्थिति के सामने हार मामने के बजाए उससे लड़े. अगर आपको अपने आसपास कोई भी व्यक्ति या छात्र इस तरह की स्थिति में दिखे तो तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम पर इसकी जानकारी दे. जीवन अनमोल है, इसे बचाया जा सकता है.   

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