FM Nirmala Sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से इस बार आठवीं बार देश का आम बजट पेश किया जाएगा. पिछले साल जुलाई में पेश किये गए बजट के दौरान उनके एक ऐलान से सोना 5000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो गया था.
Trending Photos
Gold Price in Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को देश का आम बजट पेश करेंगी. यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा और निर्मला सीतारमण का आठवां बजट भाषण होगा. पिछले साल जुलाई में पेश किये गए आम बजट के दौरान वित्त मंत्री ने गोल्ड के आयात पर कस्टम ड्यूटी कम करने जैसा बड़ा ऐलान किया था. उस समय वित्त मंत्री ने आम जनता को सोने की कीमत से राहत देने के लिए कस्टम ड्यूटी को 15 से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया था. इसके बाद दिल्ली समेत अलग-अलग शहरों में सोने की कीमत में 5000 रुपये प्रति 10 ग्राम से भी ज्यादा की गिरावट देखी गई थी.
हर दिन 20 प्रतिशत बढ़ गई थी डिमांड
दाम में गिरावट से सोने की डिमांड अचानक बढ़ गई थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से बजट भाषण के दौरान 23 जुलाई 2024 को कस्टम ड्यूटी कम किये जाने के बाद लोग सोना खरीदने के लिए ज्वेलर्स की दुकानों पर उमड़ पड़े. शादियों का सीजन नजदीक होने के कारण गोल्ड की डिमांड और भी ज्यादा बढ़ गई थी. कस्टम ड्यूटी में कटौती किये जाने से पहले सोने का रेट 74,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था. उस समय डिमांड बढ़ने के बीच ज्वैलर्स की तरफ से बताया गया था कि गोल्ड की रोजाना की मांग 20 प्रतिशत तक बढ़ गई है.
जब 5000 रुपये से ज्यादा टूट गया था सोना
अचानक बढ़ी ज्वैलरी की डिमांड को पूरा करने के लिए ज्वैलर्स ने कारीगरों की छुट्टियां रद्द कर दी थीं. बजट (23 जुलाई) में कस्टम ड्यूटी कम किये जाने की घोषणा के बाद सोने की कीमतें 72,609 रुपये प्रति 10 ग्राम से गिरकर एक ही दिन में 69,194 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गईं थीं. एक ही दिन में गोल्ड का रेट 3500 रुपये के करीब नीचे आ गया था. यानी 24 जुलाई 2024 को सोने का रेट 69,194 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा. इतना ही नहीं 26 जुलाई को यह 6,741 रुपये प्रति ग्राम यानी 6,7410 प्रति 10 ग्राम के लेवल पर आ गया था. इस तरह सोना एक हफ्ते के दौरान 5000 रुपये से भी ज्यादा टूट गया था.
इस बार ज्वैलर्स को वित्त मंत्री से क्या उम्मीद?
सोने की कीमत लगातार बढ़ रही है और ज्वैलर्स और बुलियन डीलर्स की मांग है कि सरकार को ग्राहकों को राहत देने के लिए कदम उठाना चाहिए. सोने का रेट बढ़कर 83000 रुपये के पार पहुंच गया है. ज्वैलर्स और बुलियन डीलर्स की मांग है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में आसमान छूती सोने की कीमत से राहत देने के लिए कुछ कदम उठाएं. बुलियन डीलर्स की तरफ से मांग की गई कि वित्त मंत्री मीडियम क्लास के लिये ईएमआई के जरिये ज्वैलरी खरीदने में मदद करने के लिए एक सिस्टम तैयार करें.
इम्पोर्ट फीस में और कटौती करने की मांग
इसके अलावा यह भी मांग की कि कारीगरों के स्किल डेवलपमेंट के लिए धन का आवंटन करें और गोल्ड मार्केट के लिए सिंगल रेग्युलेटर की पहचान करें. दअसल, इसे सेबी, आरबीआई, डीजीएफटी, वित्त मंत्रालय और मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस जैसे कई संस्थान रेग्युलेट करते हैं. इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के चेयरमैन पृथ्वीराज कोठारी की मांग है कि कच्चे या अशुद्ध सोने के आयात पर इम्पोर्ट फीस और कम करके प्रॉफिट को बढ़ाया जाना चाहिए. यह इंडस्ट्री युवाओं और कुशल कारीगरों को लगातार नौकरियां और रोजगार के मौके दे रही है.