जूनियर छात्रों की रैगिंग करने पर 5 MBBS छात्र हुए रस्टिकेट, 6 महीने तक कॉलेज में एंट्री बैन
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जूनियर छात्रों की रैगिंग करने पर 5 MBBS छात्र हुए रस्टिकेट, 6 महीने तक कॉलेज में एंट्री बैन

एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करने वाले 5 MBBS छात्रों को 6 महीने के लिए कैंपस से निष्कासित कर दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि बुधवार को हुई एंटी-रैगिंग कमेटी की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार यह सजा दी गई है.

जूनियर छात्रों की रैगिंग करने पर 5 MBBS छात्र हुए रस्टिकेट, 6 महीने तक कॉलेज में एंट्री बैन

नई दिल्ली: गवर्नमेंट एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज (MKCG Medical College) के MBBS फोर्थ ईयर के 5 छात्रों को जूनियर छात्रों की कथित रैगिंग के लिए होस्टल से निष्कासित कर दिया गया है. इस घटना की जानकारी कॉलेज के एक अधिकारी ने शनिवार को दी.

रैगिंग करने वाले इन 5 छात्रों को 6 महीने के लिए कैंपस से निष्कासित किया जा चुका है. अधिकारी ने बताया कि बुधवार को हुई एंटी-रैगिंग कमेटी की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार यह सजा दी गई है.

कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी के सदस्यों में से एक एसपी (बरहामपुर) सरवन विवेक एम ने कहा, "मेडिकल कॉलेज कैंपस में रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए एंटी-रैगिंग कमेटी ने यह कठोर निर्णय लिया है." 

हालांकि, कॉलेज की प्रभारी डीन सुचित्रा दाश ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

एसपी ने कहा कि वे दर्ज एफआईआर के आधार पर इन छात्रों के खिलाफ अलग से जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को पुलिस ने छात्रों के बयान दर्ज किए हैं.

एमबीबीएस के सेकेंड ईयर के एक छात्र ने सीनियर छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगाते हुए कॉलेज प्रशासन को लिखित शिकायत दी है, जबकि छात्रों के अभिभावकों ने नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) में रैगिंग की तीन अन्य शिकायतें दर्ज कराई हैं.

एनएमसी ने कॉलेज प्रशासन को आरोपों की जांच करने और छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. एनएमसी से शिकायत मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी ने मामले की जांच की.

इस साल फरवरी में मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने सेकेंड ईयर के छात्र की रैगिंग करने के आरोप में फोर्थ ईयर के दो एमबीबीएस छात्रों को दो महीने के लिए निलंबित कर दिया था.

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