CMS Lucknow: यूपी के इस शहर में है दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल, जानिए कितनी है फीस
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CMS Lucknow: यूपी के इस शहर में है दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल, जानिए कितनी है फीस

Worlds Biggest School: इस स्कूल की शुरुआत 1959 में अपने घर से हुई थी. जब ये स्कूल शुरू हुआ तो इसमें केवल 5 स्टूडेंट थे. अब इसमें 22 कैंपस हैं.

CMS Lucknow: यूपी के इस शहर में है दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल, जानिए कितनी है फीस

World’s Biggest School Is In UP: सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) लखनऊ के पास स्टूडेंट एनरोलमेंट के मामले में सबसे बड़े स्कूल का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है. सिटी मोंटेसरी स्कूल में 2023-2024 एकेडमिक ईयर के लिए 10 अगस्त 2023 को 61,345 स्टूडेंट्स का रिकॉर्ड नामांकन हुआ था. 1959 में स्थापित, CMS एक बैलेंस एजुकेशन पर जोर देता है जो कैरेक्टर डेवलपमेंट के साथ अकादमिक कठोरता को इंटीग्रेट करता है. स्कूल अपने ग्लोबल आउटरीच प्रोग्राम और इंटरनेशनल एजुकेशन मानकों के लिए भी जाना जाता है.

यह एक को-एड इंग्लिश मीडियम प्राइवेट स्कूल है जो लखनऊ में प्री-स्कूल से ग्रेड 12 लेवल तक एजुकेशन प्रदान करता है. यह काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) और कैम्ब्रिज असेसमेंट इंटरनेशनल एजुकेशन (CAIE) से एफिलिएटेड है. जो iGCSE (कक्षा 10) और A-लेवल (कक्षा 12) योग्यता प्रदान करता है. CMS के 21 कैंपस में से चार कैंपस ग्रेड 8 तक के हैं और उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त हैं.

डॉ. जगदीश गांधी और उनकी पत्नी डॉ. भारती गांधी ने 1959 में 300 रुपये से अपने घर के एक कमरे में सिर्फ़ 5 बच्चों के साथ सिटी मोंटेसरी स्कूल की स्थापना की थी. यह पहला कैंपस अब स्टेशन रोड ब्रांच के रूप में जाना जाता है. हर स्टूडेंट छात्र को चार हाउस में से एक में रखा जाता है जो कि लव, होप, यूनिटी और पीस हैं, जिसमें हरे, लाल, पीले और नीले रंग क्रमशः हर हाउस का प्रतिनिधित्व करते हैं.

2014 में सीएमएस सोसाइटी को संयुक्त राष्ट्र के सार्वजनिक सूचना विभाग से संबद्ध एनजीओ के रूप में मान्यता दी गई थी. 2002 में सीएमएस को शांति शिक्षा के लिए यूनेस्को पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. स्कूल को आध्यात्मिक नेता दलाई लामा से 'होप ऑफ ह्यूमैनिटी' पुरस्कार भी मिला है. सिटी मोंटेसरी स्कूल, लखनऊ के संस्थापक-प्रबंधक डॉ. जगदीश गांधी को ग्लोबल पायनियर अवार्ड्स, यूके में सम्मानित किया गया था. 2013 में, सीएमएस उत्तर प्रदेश में स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट (SAT) के लिए एक केंद्र बन गया, जो कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवश्यक प्रमुख परीक्षा है.

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