IAS Success Story: मिलिए लंदन रिटर्न अदिति से, 3 बार UPSC क्रैक करके बनीं IAS, अब हैं सुर्खियों में
Advertisement
trendingNow12359508

IAS Success Story: मिलिए लंदन रिटर्न अदिति से, 3 बार UPSC क्रैक करके बनीं IAS, अब हैं सुर्खियों में

Mandsaur Collector IAS Aditi Garg: अदिति गर्ग हेल्थ, सिटी डेवलपमेंट और लोगों की मदद जैसे अलग अलग फील्ड में अपने काम के लिए जानी जाती हैं. 

IAS Success Story: मिलिए लंदन रिटर्न अदिति से, 3 बार UPSC क्रैक करके बनीं IAS, अब हैं सुर्खियों में

IAS Success Story: मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में बड़ी संख्या में अधिकारियों को इधर-उधर किया है. इसके बाद एक आईएएस अधिकारी का नाम सुर्ख़ियों में बना हुआ है. अदिति गर्ग एक आईएएस अधिकारी हैं. जिन्हें मंदसौर कलेक्टर नियुक्त किया गया है. वह पहले मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव के पद पर थीं. कलेक्टर का पदभार संभालने से पहले वह मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर गईं और वहां प्रार्थना की. 2015 बैच की आईएएस अधिकारी अदिति गर्ग कटनी जिले के धरवारा गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता, ओपी गर्ग, मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के रूप में भी कार्यरत थे.

आईएएस अदिति गर्ग ने साल 2004 में मुंबई यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद वह हायर एजुकेशन के लिए यूके चली गईं. उन्होंने 2006 में वारविक विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की.

अदिति गर्ग इंग्लैंड से भारत वापस आने से पहले IRS और IES अधिकारी थीं. फिर उन्होंने यूपीएससी में 54वीं रैंक हासिल कर आईएएस बन गईं. उन्होंने 2020 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा था, "पांच साल पहले, यूपीएससी के रिजल्ट ने मेरी जिंदगी बदल दी थी. पहले मैं लंदन में मैनेजमेंट कंसल्टेंट थी. भारत लौटने के बाद, मैं पहले IES, फिर IRS और अंत में आईएएस सेवा में शामिल हुई. यह एक बहुत ही लर्निंग वाला एक्सपीरिएंस था."

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कटनी जिले के कलेक्टर रहे अवि प्रसाद को मध्य प्रदेश शासन, मंत्रालय और भोपाल में अवर सचिव बनाया गया है. 2014 बैच के आईएएस अधिकारी दिलीप कुमार यादव को कटनी जिले का कलेक्टर बनाया गया है. यादव पहले मंदसौर जिले के कलेक्टर थे.

आपने भी ग्रेजुएशन में की है इसकी पढ़ाई तो कर दीजिए अप्लाई, सैलरी 1,40,000 रुपये तक

अदिति गर्ग हेल्थ, सिटी डेवलपमेंट और लोगों की मदद जैसे अलग अलग फील्ड में अपने काम के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने इंदौर को स्मार्ट सिटी बनाने में मदद करके बहुत अच्छा काम किया. उनकी बड़ी उपलब्धियों में से एक यूनाइटेड नेशन्स प्रोग्राम के माध्यम से 1.7 लाख टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने वाले प्रोजेक्ट को लीड करना था.

पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर ने लहराया तिरंगा, कितनी पढ़ी-लिखी हैं कांस्य विजेता?

Trending news