नाम से ही कांपते हैं नक्सली, UPSC में दो बार मिली नाकामी, आज तेज तर्रार IPS अफसरों में होती है गिनती
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नाम से ही कांपते हैं नक्सली, UPSC में दो बार मिली नाकामी, आज तेज तर्रार IPS अफसरों में होती है गिनती

UPSC Success Story: देश की कई काबिल महिला आईपीएस अफसरों में से एक अंकिता शर्मा, जो अपने काम को लेकर जानी जाती हैं. यूपीएससी में दो बार असफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और फिर 203वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्लियर कर ही लिया.

नाम से ही कांपते हैं नक्सली, UPSC में दो बार मिली नाकामी, आज तेज तर्रार IPS अफसरों में होती है गिनती

IPS Ankita Sharma Success Story: आपने देश के कई काबिल आईपीएस अधिकारियों के बारे में पढ़ा होगा, जो अपने काम करने के बेहतरीन अंदाज के चलते सु्खियों में रहते हैं. इन्हीं में से एक हैं देश की सबसे शानदार आईपीएस ऑफिसर अंकिता शर्मा, जिनका नाम सुनते हैं नक्सलवादी खौफ के मारे थर-थर कांपने लगते हैं. आज देश की बेहतरीन ऑफिसर में गिनी जाने वाली अंकिता शर्मा ने भी यहां तक का सफर तय करने में कई मुश्किलों का सामना किा हा. दो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में वह दो बार नाकाम रही, लेकिन हर हाल में सफल होना था तो डटी रहीं और आखिर में सफलता की स्वाद चख ही लिा. 

IPS अंकिता शर्मा की कहानी
देश की तेजतर्रार महिला आईपीएस अकिता शर्मा आज देश के लाखों युवाओं के लिए मिसाल बन चुकी हैं. वह न केवल काम में ही लाजवाज है, बल्कि बेहद खूबसूरत भी हैं. मजबूत हौसला रखने वाली अंकिता शर्मा ने देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी में 203वीं रैंक हासिल की थी. 

रच डाला इतिहास
अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की रहने वालीं हैं. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में दो बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी. आखिरकार वह अपने तीसरे प्रयास में सफल रहीं और छत्तीसगढ़ कैडर की पहली महिला आईपीएस अधिकारी बनकर इतिहास रच दिया. 

अंकिता शर्मा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से की. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने एमबीए किया. इसके बाद सिविल सेवा की तैयारी में जुट गईं. इसके लिए दिल्ली का रुख किया, लेकिन कुछ समय बाद वह अपने घर लौट आईं और वहीं से यूपीएससी की तैयारी जारी रखी.

दो बार मिली असफलता
यूपीएससी परीक्षा के पहले प्रयास में वह मेन्स में 15 नंबर से रह गईं और दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाईं. इसके बाद उन्होंने अपनी कमियों पर काम किया और तीसरे प्रयास में कामयाबी हासिल की. साल 2018 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 203वीं रैंक हासिल की और उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर में आईपीएस अधिकारी के रूप में नियुक्ति मिली.

किरण बेदी हैं उनकी आदर्श
आईपीएस अंकिता शर्मा की बहादुरी के किस्से देशभर में मशहूर हैं. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए हैं. अंकिता किरण बेदी को अपना रोल मॉडल मानती हैं. 

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