NDA किया क्वालिफाई, लेकिन किस्मत को कुछ और था मंजूर, पढ़िए IAS मनुज जिंदल की चैलेंजिंग स्टोरी, जिस पर लिख चुके हैं किताब
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NDA किया क्वालिफाई, लेकिन किस्मत को कुछ और था मंजूर, पढ़िए IAS मनुज जिंदल की चैलेंजिंग स्टोरी, जिस पर लिख चुके हैं किताब

UPSc Success Story: यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करना मुश्किल है, जो सबके बुते की बात नहीं है. आईएएस मनुज ने मेहनत और लगन से तीसरे प्रयास में इसमें सफलता हासिल की. पढ़िए ये मोटिवेशनल सक्सेस स्टोरी...

NDA किया क्वालिफाई, लेकिन किस्मत को कुछ और था मंजूर, पढ़िए IAS मनुज जिंदल की चैलेंजिंग स्टोरी, जिस पर लिख चुके हैं किताब

Success Story of IAS Manuj Jindal: सबकी लाइफ चुनौतियों से भरी होती है, जो इनका डटकर सामना करता है, वो ही जिंदगी में सफलता हासिल करता है. मुश्किल हालातों से लड़कर जीतने वाले लोग पूरे समाज के लिए प्रेरणा बनते हैं. ऐसा ही एक सबसे मुश्किल काम है यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करना. आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी के बारे में बताएंगे, जिन्होंने इस सफलता को हासिल करने से पहले कई विपरित हालातों का सामना किया. 

हम बात कर रहे हैं आईएएस मनुज जिंदल के बारे में, जिन्होंने विदेश से पढ़ाई की. एनडीए की परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल की, लेकिन उन्हें डिप्रेशन की समस्या के चलते उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. वहीं, हार ना मानने के जज्बे ने मनुज को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता दिलाई. उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में यह कामयाबी पाई और आज एक खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं. 

यूपीएससी एनडीए किया क्वालिफाई
मनुज जिंदल महाराष्ट्र कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं. आईएएस मनुज गाजियाबाद के रहने वाले हैं. जबकि, उनका स्कूल एजुकेशन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से कंप्लीट हुआ. मनुज ने 18 साल की उम्र में यूपीएससी एनडीए परीक्षा को क्वालिफाई करके ऑल इंडिया 18वीं रैंक हासिल की थी, लेकिन उनकी किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था. 

बेहद ही चुनौतीपूर्ण रहा सफर  
दरअसल, एनडीए की ट्रेनिंग के दौरान मनुज ने अपने पहले कार्यकाल में तो बेहतर परफॉर्म किया, लेकिन दूसरे कार्यकाल के दौरान उन्हें एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसी परेशानियों ने घेर लिया, जिसकी वजह से उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई. इसके बाद एकेडमी को उन्हें उस कोर्स के लिए अयोग्य घोषित करने का फैसला लेना पड़ा.

इसके बाद मनुज आगे की पढ़ाई करने के लिए विदेश चले गए. भारत लौटने के बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला लिया. उन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की प्री और मुख्य परीक्षा पास कर ली, लेकिन फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना पाए. 

थर्ड अटैम्प्ट में हुए सक्सेस
मनुज ने अपने सेकंड अटैम्प्ट में यूपीएससी परीक्षा तो पास कर ली,  लेकिन उनका नाम फाइनल रिजल्ट की रिजर्व लिस्ट में था. दो प्रयासों में हार मिलने के बाद भी वह निराश नहीं हुए. साल 2017 में अपने थर्ड अटैम्प्ट में उन्होंने परीक्षा पास की और ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल की. मनुज ने यूपीएससी आंसर राइटिंग पर एक बुक लिखी है. इतना ही नहीं वह एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं, जहां एस्पिरेंट्स को UPSC की तैयारी के टिप्स देते रहते हैं.

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