IPS Story: डीजीपी सुधीर सक्सेना के रिटायर होने के बाद 1 दिसंबर को कैलाश मकवाना प्रदेश के नए डीजीपी होंगे. गृह विभाग ने आदेश जारी किया. कैलाश चेयरमैन पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में पदस्थ हैं. लोकायुक्त DG रहते हुए उनका नाम सुर्खियों में आया था.
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IPS Kailash Makwana: मध्य प्रदेश के सीनियर आईपीएस ऑफिसर कैलाश मकवाना को प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक (Director General of Police) नियुक्त किया गया है. वह डीजीपी सुधीर सक्सेना के रिटायरमेंट के बाद स्टेट पुलिस के नए बॉस होंगे. सक्सेना 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, जिसके बाद मकवाना 1 दिसंबर को चार्ज लेंगे. मध्य प्रदेश सरकार ने 9 सीनियर ऑफिसर्स के नामों का पैनल यूपीएससी को भेजा था. यूपीएससी ने 3 नाम फाइनल कर चयन के लिए मुख्यमंत्री के पास भेजे थे, जिसमें अरविंद कुमार, अजय शर्मा और कैलाश मकवाना के नाम थे. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मकवाना की नियुक्ति की मंजूरी दी. इसके बाद गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा ने उनकी नियुक्ति का आदेश जारी किया.
कितने पढ़े-लिखे हैं मकवाना?
बात करें आईपीएस कैलाश मकवाना की पढ़ाई-लिखाई की तो जानकारी के मुताबिक IPS ने भोपाल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके बीई की डिग्री हासिल की. इसके अलावा उन्होंने आईआईटी दिल्ली से एमटेक भी किया है. मकवाना के बेटे ऋषभ मकवाना भी भारतीय पुलिस सेवा में अफसर हैं और वह इस समय बीएसएफ में तैनात हैं.
तबादलों से भरा रहा करियर
कैलाश मकवाना को बहुत जल्दी-जल्दी ट्रांसफर झेलने पड़े. एक बेदाग छवि रखने वाले आईपीएस ऑफिसर कैलाश मकवाना ने वो दौर भी देखा, जब उनके खूब तबादले हुए. बताया बताया जाता है कि साढ़े तीन साल में सात बार उनका ट्रांसफर हुआ था. कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में तो एक साल में ही उनका तीन बार तबादला किया गया. कई चुनौतियों के बाद भी उन्होंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया. मध्य प्रदेश के नए डीजीपी बनने जा रहे कैलाश मकवाना का रिटायरमेंट 31 दिसंबर 2025 में है.
MP पुलिस को मिले नए मिले DGP
मध्य प्रदेश के IPS कैलाश मकवाना की छवि एक बेदाग और ईमानदार पुलिस ऑफिसर की है. कैलाश मकवाना 1988 बैच के आईपीएस हैं. उनकी नियुक्ति 30 अगस्त 1988 को हुई थी. वह तेज-तर्रार आईपीएस अफसर के तौर पर जाने जाते हैं. साल 2022 में मकवाना को विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त में महानिदेशक बनाया गया था. इस दौरान उन्होंने एक आईएएस और एक आईएफएस ऑफिसर के खिलाफ करप्शन का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में मकवाना ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं, क्योंकि ऐसे मामले कम ही देखने को मिलते हैं, जब कोई सरकारी अधिकारी खुद सिस्टम की कमियों को उजागर करके सबके सामने हकीकत लेकर आते हैं.
इसी बीच महाकाल लोक कॉरिडोर की जांच शुरू हो गई और मकवाना का ट्रांसफर हो गया, जिसके बाद मामले ने बहुत तूल पकड़ लिया था. फिलहाल, कैलाश पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के चेयरमैन हैं. यहां से पदोन्नति पाकर वह पूरे प्रदेश के पुलिस विभाग के मुखिया बन जाएंगे.
छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पहले आईपीएस मंदसौर, बस्तर, बैतूल और दंतेवाड़ा जैसे जिलों के एसपी भी रह चुके हैं. वह डीआईजी इंटेलिजेंस और सीआईडी इंटेलीजेंस में एडीजी भी रह चुके है. मकवाना शिवराज सरकार में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दे चुके हैं. अब वह एमपी के 32 वें डीजीपी की कमान संभालने.