UPPSC PCS Prelims 2024: यूपीपीएससी ने उम्मीदवारों को आश्वासन दिया है कि मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमेटेड और कंप्यूटर बेस्ड होगी
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UPPSC RO ARO Prelims 2024 Date: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) काफी समय से इंतजार कर रहे परीक्षार्थियों को राहत देते हुए मंगलवार को आरओ-एआरओ (समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी)-प्री और पीसीएस-प्री की परीक्षा की नई तारीख मंगलवार को घोषित कर दीं. यहां जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है. बयान के मुताबिक आरओ-एआरओ की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को तीन शिफ्ट जबकि प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस)-प्री परीक्षा सात और आठ दिसंबर को दो सेशन में होगी.
यूपीपीएससी के अनुसार उत्तर प्रदेश पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन सात और आठ दिसंबर को किया जाएगा. यह परीक्षा प्रदेश के 41 जिलों में दो सेशन में होगी. बयान के मुताबिक परीक्षा का पहला सेशन सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक और दूसरा सेशन दोपहर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक होगा. वहीं आरओ-एआरओ प्री की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को आयोजित की जाएगी. यह परीक्षा कुल तीन शिफ्ट में आयोजित कराई जाएगी.
यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये प्रारंभिक परीक्षाएं केवल स्क्रीनिंग उद्देश्यों के लिए हैं और इनका उपयोग फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार करने के लिए नहीं किया जाएगा. जरूरी मानकों को पूरा करने वाले पर्याप्त परीक्षा केंद्रों की अनुपलब्धता के कारण, परीक्षाएं कई दिनों और शिफ्टों में आयोजित की जाएंगी.
पहली बार शेड्यूलिंग: यह पहली बार है जब UPPSC इन परीक्षाओं को एक ही महीने में आयोजित करेगा, जिसमें दो प्रमुख परीक्षाओं के बीच केवल 19 दिन का अंतर होगा. इन परीक्षाओं के लिए रजिस्टर्ड उम्मीदवारों की कुल संख्या 16.52 लाख से ज्यादा है.
परीक्षा प्रक्रिया की समीक्षा करने वाली उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद कई दिनों में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया. इस समिति ने मल्टी-शिफ्ट परीक्षाओं से संबंधित पिछले निर्णयों का भी मूल्यांकन किया और पारदर्शी मूल्यांकन पद्धति की सिफारिश की. नतीजतन, UPPSC ने उम्मीदवारों को आश्वासन दिया है कि मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमेटेड और कंप्यूटर बेस्ड होगी, जिससे बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के सटीकता और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी.
यूपीपीएससी ने जोर देकर कहा है कि सरकारी दिशा-निर्देशों (दिनांक 19 जून, 2024) के मुताबिक, पांच लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स वाली परीक्षाएं कई शिफ्ट में आयोजित की जानी चाहिए. चूंकि इन परीक्षाओं के लिए उम्मीदवारों की संख्या 10.76 लाख से ज्यादा है, इसलिए परीक्षाएं दो दिनों में आयोजित की जाएंगी.