Gaming Industry: गेमिंग इंडस्ट्री में अच्छी कमाई होने के साथ-साथ मल्टीपल करियर ऑप्शन अवेलेबल हैं. इसके कारण युवाओं की इस सेक्टर में दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है. देश में कई संस्थान हैं जो गेम डिजाइनिंग में डिप्लोमा, बैचलर्स और मास्टर्स कोर्स संचालित करते हैं.
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Career In Gaming Industry: अगर आप 12वीं के बाद किसी ऐसे करियर की तलाश में है , जिसमें आपकी ग्रोथ होने के साथ ही पैसा भी अच्छा खासा कमाया जा सके, तो आज हम आपके लिए एक बेहतर करियर ऑप्शन लेकर आए हैं. आज जिस करियर विकल्प के बारे में हम बात करेंगे वह है गेमिंग इंडस्ट्री.
इस क्षेत्र में आने के लिए अगर सोचा भी होगा तो आपके मन में कई सवाल आ रहे होंगे कि इस फील्ड में कैसे करियर बनाया जा सकता है, कितनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन होनी चाहिए, इस फील्ड में बेहतर जॉब मिलेगी भी या नहीं? वगैरह-वगैरह...आज हम आपके इन सभी सवालों के जवाब देंगे. आइए जानते हैं....
इस समय देश में गेमिंग इंडस्ट्री में 50,000 से ज्यादा फुल टाइम इंप्लाई काम कर रहे हैं, जिनमें 30 प्रतिशत प्रोगामर और डेवलपर हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में यह क्षेत्र 20 से 30 प्रतिशत की दर से ग्रोथ करने वाला है. इससे डायरेक्ट और इनडायरेक्ट तौर पर लाखों जॉब्स पैदा होने की संभावनाए हैं.
गेम डिजाइनर
गेम डिजाइनर गेम के लेवल, उसके कैरेक्टर्स आदि तमाम बारीकियों को ध्यान में रखकर गेम को इंट्रेस्टिंग बनाने पर फोकस करते हैं. गेम राइटिंग और डायग्राम बनाकर इसके अलग-अलग वर्जन तैयार करते हैं. उन्हें डिटेल्ड टेक्नीकल नॉलेज होने के साथ ही उसकी सोच भी क्रिएटिव होनी चाहिए. गेम बनाने के लिए डिजाइनर, डेवलपर्स, आर्टिस्ट्स और अन्य प्रोफेशनल्स की टीम काम करती है.
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
कैंडिडेट ने साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास किया हो.
कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर की नॉलेज होनी चाहिए.
गेम डिजाइनर बनने के लिए आपकी इंग्लिश पर अच्छी पकड़ होनी जरूरी है.
कंप्यूटर साइंस, गेम डिजाइनिंग, गेम डेवलपिंग, कंप्यूटर ग्राफिक्स, आर्ट, एनिमेशन, इलस्ट्रेशन या मार्केटिंग में बैचलर डिग्री या पेशेवर सर्टिफिकेशन कोर्स करने पर भी इस इंडस्ट्री में शानदार अवसर है.
जरूरी स्किल्स
इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं को एनिमेशन, कांसेप्ट आर्ट, कैरेक्टर डिजाइन और विजुअल इफेक्ट की जानकारी होनी चाहिए.
इस क्षेत्र में जावा, 2 डी गेम डेवलपर्स और 3 डी डेवलपर्स के लिए अपार संभावनाएं हैं.
गेम डिजाइनिंग के साथ-साथ 3 डी मॉड्यूलिंग और 2 डी सॉफ्टवेयर की नॉलेज होना बहुत जरूरी है.
ऑडियो इंजीनियर के लिए साउंड इंजीनियरिंग और अन्य लैंग्वेज की जानकारी होनी चाहिए.
जॉब प्रोफाइल
गेम डिजाइनर, गेम डेवलपर, एनिमेटर, क्यूएक टेस्टर, ऑडियो इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और प्रोड्यूसर, ईस्पोर्ट्स प्रोफेशनल्स, मैनेजर्स, कास्टर्स, स्ट्रीमर्स, इंफ्यूएंसर्स के तौर पर करियर बना सकते हैं.
सैलरी
शुरुआत में 3 से 5 लाख रुपये सालाना की नौकरी आसानी से मिलती है. अनुभव होने पर 13 से 15 लाख रुपये का पैकेज मिलता है. जबकि, गेम प्रोड्यूसर 10 लाख रुपये तक सालाना कमा रहे हैं.