नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों के मुताबिक पेपर-1 (बीई/ बीटेक) के लिए 8.6 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि पेपर-2 (बीआर्क) के लिए 46,000 से ज्यादा कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था. जेईई मेन्स एग्जाम 13 भाषाओं (अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू) में आयोजित किया गया.
पेपर-1 (बीई/ बीटेक प्रोग्राम) के लिए कुल 8,60,058 उम्मीदवारों में से 8,23,850 ने कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा दी. इस तरह 95.8 फीसदी की उपस्थिति दर्ज की गई. इसी के साथ इतिहास बन गया. क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है जब इतने फीसदी कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया है. बीई और बीटेक प्रोग्राम के लिए परीक्षा 24 जनवरी से शुरू होकर छह दिन तक आयोजित की गई. पेपर दो 28 जनवरी को आयोजित किया गया था, जिसमें 75.8 फीसदी उपस्थिति दर्ज की गई थी.
कुल 9,06,523 कैंडिडेट्स के रजिस्ट्रेशन में महिलाओं की संख्या 30.7 फीसदी है. महिला उम्मीदवारों में, 11.4 फीसदी ईडब्ल्यूएस कैटेगरी से हैं, एससी से 37 फीसदी, एसटी से 9.1 फीसदी और ओबीसी कैटेगरी से 3.4 फीसदी हैं.
जेईई-मेन एनआईटी, आईआईआईटी, अन्य केंद्रीय सहायता प्राप्त टेक्निकल संस्थानों और हिस्सा लेने वाली राज्य सरकारों द्वारा सहायता या मान्यता प्राप्त संस्थानों या विश्वविद्यालयों में अंडर ग्रेजुएट इंजीनियरिंग प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए आयोजित किया जाता है. यह जेईई (एडवांस्ड) के लिए पात्रता परीक्षा भी है, जो आईआईटी में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है.
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