IAS Krati Raj: बहुत से कैंडिडेट्स यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के फेज के दौरान प्रेशर में आ जाते हैं और पूरी तरह से थक जाते हैं, आईएएस कृति राज, जो अब यूपी-कैडर की आईएएस अधिकारी हैं, कोविड से निपटने के दौरान भी परीक्षा की तैयारी करती रहीं और अस्पताल में भर्ती माता-पिता की देखभाल भी की और हर समय पॉजिटिविटी बनाए रखी. उन्होंने AIR 106 के साथ अपने तीसरे अटेंप्ट में CSE 2020 में सफलता हासिल की, और अब वह अपने गृह राज्य, उत्तर प्रदेश में तैनात है.
उत्तर प्रदेश के झांसी में जन्मी और पली-बढ़ी IAS राज ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल, झांसी से की. इसके बाद, उन्होंने बुंदेलखंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, झांसी से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक किया.
"लोगों ने मुझसे मेरी भविष्य की प्लानिंग के बारे में पूछा, लेकिन मैंने पहले ही प्लानिंग कर ली थी कि मैं कॉर्पोरेट नौकरी नहीं करूँगी. मैंने सोचा था कि बीटेक के बाद शायद मैं सरकारी फील्ड में कुछ करूंगी और समाज के लिए काम करूंगी."
कोविड के कारण मेन्स परीक्षा को अक्टूबर से जनवरी में शिफ्ट कर दिया गया और उत्तर भारत में सर्दियां चरम पर थीं. उम्मीदवारों को हर दिन 2 शिफ्ट और 6 घंटे लिखना होता है. “इसलिए, दिसंबर की सर्दियों के दौरान, मैं सुबह 3 बजे उठ जाती थी और अपने हाथों को ठंडे पानी के नीचे रखकर उन्हें फ्रीज कर देती थी. इसके बाद मैं लगातार तीन घंटे मॉक पेपर लिखती थी. मैं पूरी प्रक्रिया की प्रक्टिस कर रही थी, ताकि मैं बेहद खराब स्थिति में परीक्षा दे सकूं.
आखिरकार, वह मुख्य परीक्षा देने के लिए भोपाल गईं, जहां इतनी ठंड नहीं है. राज ने कहा कि उनके लिए वहां परीक्षा देना आसान हो गया और वह सब कुछ पूरा करने में सफल रहीं. दिन के आखिर में मुझे एहसास हुआ कि मैं अपनी उम्मीदों पर खरा उतरी.
उन्होंने 2017 में अपना पहला अटेंप्ट दिया, लेकिन 2 नंबर के साथ प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर सकी. इसके बाद, अपने दूसरे अटेंप्ट में, वह फिर से प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर सकीं, क्योंकि वार्निंग बेल के दौरान निरीक्षकों ने शीट ले ली. आखिर में अपने तीसरे अटेंप्ट में वह अपने मेन्स, इंटरव्यू को क्रैक करने में सफल रही और AIR 106 के साथ सफल उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट में जगह बनाई.
ट्रेन्डिंग फोटोज़