7 साल की UPSC की तैयारी, 5 बार हुए फेल; इंजीन‍ियर से IFS बने पवन गुप्‍ता ने बताया - बार-बार क्‍यों हुए असफल
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7 साल की UPSC की तैयारी, 5 बार हुए फेल; इंजीन‍ियर से IFS बने पवन गुप्‍ता ने बताया - बार-बार क्‍यों हुए असफल

upsc success story: पवन गुप्ता ने सात साल यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और इस दौरान 5 बार फेल हुए. इंजीन‍ियर से IFS बने पवन ने बताया क‍ि क‍िन गलत‍ियों के कारण वो अपने 5 अटेम्‍प में सफल नहीं हो सके. इस लेख में हम पवन गुप्‍ता की सफलता की कहानी के साथ उन गलत‍ियों के बारे में भी जानेंगे जिसे अक्‍सर यूपीएससी कैंड‍िडेट्स करते हैं और हर अटेम्‍प में असफल होते हैं. आइये जानते हैं...

7 साल की UPSC की तैयारी, 5 बार हुए फेल; इंजीन‍ियर से IFS बने पवन गुप्‍ता ने बताया - बार-बार क्‍यों हुए असफल

How To crak UPSC Exam: कहा जाता है कि सफलता का रास्‍ता असफलता से ही होकर जाता है. क्‍योंक‍ि हर बार आप अपनी असफल से सबक लेते हैं और ये समझने लगते हैं कि आपसे कहां चूक हुई. लेक‍िन साल दर साल एक गलती को दोहराने वाले सफलता की सीढ़ियां कभी नहीं चढ़ पाते. इंजीन‍ियर से IFS बने पवन गुप्‍ता की भी कहानी कुछ ऐसी ही है. पवन गुप्‍ता ने 7 साल यूपीएससी के प्रत‍ियोगी परीक्षा की तैयारी की और इस दौरान अपने 5 अटेम्‍प में फेल हुए. लेकिन प्रयास जारी रखा और ऑल इंड‍िया रैंक 90 हास‍िल करके IFS बने. 

  1. How To crak UPSC Exam: कहा जाता है कि सफलता का रास्‍ता असफलता से ही होकर जाता है. क्‍योंक‍ि हर बार आप अपनी असफल से सबक लेते हैं और ये समझने लगते हैं कि आपसे कहां चूक हुई. लेक‍िन साल दर साल एक गलती को दोहराने वाले सफलता की सीढ़ियां कभी नहीं चढ़ पाते. इंजीन‍ियर से IFS बने पवन गुप्‍ता की भी कहानी कुछ ऐसी ही है. पवन गुप्‍ता ने 7 साल यूपीएससी के प्रत‍ियोगी परीक्षा की तैयारी की और इस दौरान अपने 5 अटेम्‍प में फेल हुए. लेकिन प्रयास जारी रखा और ऑल इंड‍िया रैंक 90 हास‍िल करके IFS बने. 
  2. पवन गुप्‍ता ने 5 असफल प्रयासों के बाद भी अपनी दृढ़ता को नहीं छोड़ा और हर बार अपनी असफलता से सबक लेते रहे और खुद में सुधार करते रहे. उन्होंने साल 2015 में यूपीएससी एग्‍जाम की तैयारी शुरू कर दी थी और साल 2022 तक परीक्षा पास नहीं कर पाए थे. 
  3. कौन हैं आईएफएस पवन गुप्ता?
    पवन गुप्ता, आगरा के एक साधारण व्यवसायी परिवार से आते हैं. उन्‍होंने एनआईटी दुर्गापुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. कॉलेज टाइम से ही उन्‍होने ठान ल‍िया क‍ि उन्‍हें यूपीएससी परीक्षा पास करनी है. लेकिन पैसों की भी जरूरत थी, इसलिए आर्थ‍िक सपोर्ट के ल‍िए उन्‍होंने कार बनाने वाली कंपनी के साथ काम शुरू कर द‍िया. 
  4. नौकरी करते हुए भी पवन के द‍िमाग से कभी यूपीएससी एग्‍जाम का फ‍ितूर नहीं उतरा. साल 2015 उन्‍होंने परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. लेक‍िन दो साल तक प्रील‍िम्‍स नहीं न‍िकाल पाए. लेक‍िन साल 2017 में, पवन ने प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली. पवन का हौसला बढ़ गया. 
  5. फिर, साल 2018 में वह सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के प्रारंभिक दौर में सफल रहे. इस बार उन्होंने एक साल की छुट्टी ली और एक बार फिर नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) परीक्षा में शामिल हुए. IES में  वो पास हो गए और उन्‍होंने पंजाब के कपूरथला में भारतीय रेलवे के लिए सहायक कार्य प्रबंधक के रूप में काम करना शुरू कर द‍िया.  
  6. साल 2020 में बहुत मेहनत की और इंटरव्यू तक पहुंच गए. लेकिन सफल नहीं हो पाए. अपनी IES ट्रेनिंग के कारण, उन्होंने साल 2021 में परीक्षा नहीं दी. हर असफलता के बावजूद, पवन ने खुद को आगे बढ़ाने में लगे रहे. पवन आखिरकार 2022 में अपने लक्ष्य तक पहुंच गए और उन्हें ऑल इंडिया रैंक (AIR) 90 मिली, जिसके बाद वे IFS बने. 
  7. यूपीएससी परीक्षा देने वाले कभी ना करें ये गलती : 
    - यूपीएससी परीक्षा देनी है तो इसकी तैयारी जितनी जल्‍दी हो सके, शुरू कर दें. परीक्षा की तैयारी में देर करने की गलती ना करें. क्‍योंक‍ि इसमें एज ल‍िम‍िट भी होती है.  
  8. - परीक्षा के दौरान ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग न करना भी गलती ही है. आज के टाइम पर ऑनलाइन बहुत सारे ऑथेंट‍िक स्‍टडी मटेर‍ियल है. इसके साथ अच्छी सलाह लेना जरूरी है. 
  9. - ऑप्‍शनल सब्‍जेक्‍ट में हमेशा उसी व‍िषय का चुनाव करें जिसमें आपकी रुचि हो और जिसके लिए आपके पास पर्याप्त संसाधन हैं. क‍िसी की देखा देखी ऑप्‍शनल व‍िषय ना चुनें. 
  10. - आंसर राइट‍िंग में उम्‍मीदर ये गलती करते हैं क‍ि इंट्रोडक्‍शन बहुत लंबा कर देते हैं. इसे संक्षिप्त रखें और अपने आंसर को प्‍वाइंट्स में ल‍िखें. कीवर्ड को हाइलाइट करें, एक सॉलिड कंक्‍लूजन दें और भूगोल जैसे विषयों में डायग्राम जरूर बनाएं. 
  11. - तैयारी के दौरान शॉर्ट नोट्स भी बनाते चलें. लास्‍ट मोमेंट में शॉर्ट नोट्स बहुत काम आते हैं.  
  12. - ये परीक्षा स‍िर्फ पद पाने की ही नहीं, बल्‍क‍ि आपके धैर्य की भी होती है. इसल‍िए अपना धैर्य बनाए रखें.

पवन गुप्‍ता ने 5 असफल प्रयासों के बाद भी अपनी दृढ़ता को नहीं छोड़ा और हर बार अपनी असफलता से सबक लेते रहे और खुद में सुधार करते रहे. उन्होंने साल 2015 में यूपीएससी एग्‍जाम की तैयारी शुरू कर दी थी और साल 2022 तक परीक्षा पास नहीं कर पाए थे. 

कौन हैं आईएफएस पवन गुप्ता?
पवन गुप्ता, आगरा के एक साधारण व्यवसायी परिवार से आते हैं. उन्‍होंने एनआईटी दुर्गापुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. कॉलेज टाइम से ही उन्‍होने ठान ल‍िया क‍ि उन्‍हें यूपीएससी परीक्षा पास करनी है. लेकिन पैसों की भी जरूरत थी, इसलिए आर्थ‍िक सपोर्ट के ल‍िए उन्‍होंने कार बनाने वाली कंपनी के साथ काम शुरू कर द‍िया. 

नौकरी करते हुए भी पवन के द‍िमाग से कभी यूपीएससी एग्‍जाम का फ‍ितूर नहीं उतरा. साल 2015 उन्‍होंने परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. लेक‍िन दो साल तक प्रील‍िम्‍स नहीं न‍िकाल पाए. लेक‍िन साल 2017 में, पवन ने प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली. पवन का हौसला बढ़ गया. 

फिर, साल 2018 में वह सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के प्रारंभिक दौर में सफल रहे. इस बार उन्होंने एक साल की छुट्टी ली और एक बार फिर नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) परीक्षा में शामिल हुए. IES में  वो पास हो गए और उन्‍होंने पंजाब के कपूरथला में भारतीय रेलवे के लिए सहायक कार्य प्रबंधक के रूप में काम करना शुरू कर द‍िया.  

साल 2020 में बहुत मेहनत की और इंटरव्यू तक पहुंच गए. लेकिन सफल नहीं हो पाए. अपनी IES ट्रेनिंग के कारण, उन्होंने साल 2021 में परीक्षा नहीं दी. हर असफलता के बावजूद, पवन ने खुद को आगे बढ़ाने में लगे रहे. पवन आखिरकार 2022 में अपने लक्ष्य तक पहुंच गए और उन्हें ऑल इंडिया रैंक (AIR) 90 मिली, जिसके बाद वे IFS बने. 

यूपीएससी परीक्षा देने वाले कभी ना करें ये गलती : 
- यूपीएससी परीक्षा देनी है तो इसकी तैयारी जितनी जल्‍दी हो सके, शुरू कर दें. परीक्षा की तैयारी में देर करने की गलती ना करें. क्‍योंक‍ि इसमें एज ल‍िम‍िट भी होती है.  

- परीक्षा के दौरान ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग न करना भी गलती ही है. आज के टाइम पर ऑनलाइन बहुत सारे ऑथेंट‍िक स्‍टडी मटेर‍ियल है. इसके साथ अच्छी सलाह लेना जरूरी है. 

- ऑप्‍शनल सब्‍जेक्‍ट में हमेशा उसी व‍िषय का चुनाव करें जिसमें आपकी रुचि हो और जिसके लिए आपके पास पर्याप्त संसाधन हैं. क‍िसी की देखा देखी ऑप्‍शनल व‍िषय ना चुनें. 

- आंसर राइट‍िंग में उम्‍मीदर ये गलती करते हैं क‍ि इंट्रोडक्‍शन बहुत लंबा कर देते हैं. इसे संक्षिप्त रखें और अपने आंसर को प्‍वाइंट्स में ल‍िखें. कीवर्ड को हाइलाइट करें, एक सॉलिड कंक्‍लूजन दें और भूगोल जैसे विषयों में डायग्राम जरूर बनाएं. 

- तैयारी के दौरान शॉर्ट नोट्स भी बनाते चलें. लास्‍ट मोमेंट में शॉर्ट नोट्स बहुत काम आते हैं.  

- ये परीक्षा स‍िर्फ पद पाने की ही नहीं, बल्‍क‍ि आपके धैर्य की भी होती है. इसल‍िए अपना धैर्य बनाए रखें.

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