IAS Success Story: ये हैं वो महिला आईएएस अफसर जिनकी तीसरे अटेंप्ट में आई थी छठी रैंक, ऐसे की थी तैयारी
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IAS Success Story: ये हैं वो महिला आईएएस अफसर जिनकी तीसरे अटेंप्ट में आई थी छठी रैंक, ऐसे की थी तैयारी

IAS officers Vishakha Yadav: विशाखा ने पहले दो अटेंप्ट के लिए काफी स्टडी मैटेरियर तैयार किया था, लेकिन रिवीजन पर ध्यान नहीं दिया. न ही उन्होंने प्रीलिम्स के पहले मॉक टेस्ट पर फोकस किया. 

IAS Success Story: ये हैं वो महिला आईएएस अफसर जिनकी तीसरे अटेंप्ट में आई थी छठी रैंक, ऐसे की थी तैयारी

Vishakha Yadav IAS Success Story: सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी) को देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है. जहां कुछ कैंडिडेट्स पहले ही प्रयास में सफल हो जाते हैं, वहीं अन्य कुछ अटेंप्ट के बाद सफलता का स्वाद चखते हैं. आज हम दिल्ली की विशाखा यादव के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो पहले दो अटेंप्ट में प्रारंभिक परीक्षा पास नहीं कर पाईं, लेकिन उन्होंने अपने तीसरे अटेंप्ट में शानदार वापसी की और ऑल इंडिया रैंक 6 हासिल की.

विशाखा दिल्ली के द्वारका से ताल्लुक रखती हैं और वह बचपन से ही होशियार स्टूडेंट रही हैं. स्कूल के बाद, उन्होंने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और नौकरी पा ली. दो साल के काम के बाद विशाखा ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और उनके परिवार ने भी उनका पूरा साथ दिया.

यूपीएससी की तैयारी का फैसला उनके लिए कठिन साबित हुआ और वह पहले दो अटेंप्ट में प्रीलिम्स परीक्षा पास नहीं कर पाईं. असफलता के बावजूद उन्होंने हिम्मत बनाए रखी और तीसरे अटेंप्ट की तैयारी में जुट गईं.

असफलता के बावजूद विशाखा यादव ने हार नहीं मानी और तीसरे अटेंप्ट में न केवल परीक्षा पास की बल्कि ऑल इंडिया रैंक 6 भी हासिल की. ​​उन्होंने बताया कि पहले दो अटेंप्ट के लिए उन्होंने काफी स्टडी मैटेरियर तैयार किया था, लेकिन रिवीजन पर ध्यान नहीं दिया. न ही उन्होंने प्रीलिम्स के पहले मॉक टेस्ट पर फोकस किया. अन्य कैंडिडेट्स को उनकी सलाह है कि उन्हें प्री एग्जाम से पहले ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देने चाहिए. 

विशाखा ने कहा कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को रोजाना 6 से 8 घंटे लगातार पढ़ाई करने की जरूरत है. कई किताबों की जगह कुछ सीमित किताबों को पढ़ने पर फोकस करें और आंसर लिखने की प्रक्टिस करें, अपनी गलतियों को समझें और उन्हें लगातार सुधारते हुए हर दिन बेहतर करने पर ध्यान दें.

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