Bareilly Lok Sabha Chunav Results 2024 Latest Updates: बरेली पिछले कई सालों से बीजेपी का गढ़ बना हुआ है. लेकिन इस बार उसके सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती है. विपक्ष उन्हें घेरने के लिए लगातार तैयारी कर रहा है.
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Bareilly Lok Sabha Chunav Results 2024 Lates Updates News: यूपी के रुहेलखंड में आने वाली बरेली लोकसभा सीट बीजेपी के लिए ऐसा मजबूत गढ़ रही है, जिस पर उसे हराना विपक्षी पार्टियों के लिए बड़ा सपना रहा है. वर्ष 1989 से शुरू हुआ उसकी बादशाहत का सिलसिला आज तक लगातार जारी है. केवल 2009 में ही बीजेपी को यहां से हार झेलनी पड़ी थी. उस वक्त कांग्रेस उम्मीदवार प्रवीण सिंह ऐरन ने यहां पर अपनी विजय पताका फहराई थी. इस सीट पर संतोष गंगवार का राज चलता है. वे इस सीट पर 8 बार सांसद रह चुके हैं और अब भी वहां के एमपी हैं.
बरेली लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024
रुहेलखंड में आने वाली बरेली लोकसभा सीट बीजेपी के लिए ऐसा मजबूत गढ़ रही है, जिस पर उसे हराना विपक्षी पार्टियों के लिए बड़ा सपना रहा है. वर्ष 1989 से शुरू हुआ उसकी बादशाहत का सिलसिला आज तक लगातार जारी है. केवल 2009 में ही बीजेपी को यहां से हार झेलनी पड़ी थी. उस वक्त कांग्रेस उम्मीदवार प्रवीण सिंह ऐरन ने यहां पर अपनी विजय पताका फहराई थी. इस सीट पर संतोष गंगवार का राज चलता रहा है.
बरेली में संतोष गंगवार की विपक्ष के पास नहीं काट
बरेली लोकसभा सीट पर सबसे पहली बार लोकसभा चुनाव वर्ष 1952 में हुए थे. तब कांग्रेस उम्मीदवार सतीश चंद्रा यहां से सांसद बने थे. इसके बाद इस सीट पर कांग्रेस, जनता पार्टी और जनसंघ जीत दर्ज कर चुकी हैं. इस सीट पर आजादी के बाद कांग्रेस का दबदबा रहा लेकिन वर्ष 1989 में बीजेपी टिकट पर पहली बार चुनाव लड़े संतोष गंगवार ने वहां पर ऐसा खूंटा गाड़ा कि आज तक विपक्ष उनकी काट नहीं ढूंढ पा रहा है.
बरेली लोकसभा में शामिल असेंबली सीटें
बरेली लोकसभा क्षेत्र में 5 असेंबली सीटें आती हैं, जिनके नाम नवाबगंज, भोजीपुरा, मीरगंज, बरेली और बहेड़ी हैं. इनमें से 4 सीटों पर बीजेपी और एक पर सपा का कब्जा है. इस लिहाज से देखें तो इस बार भी बीजेपी को बढ़त नजर आती है. हालांकि राजनीति संभावनाओं का खेल है और यहां पर पहले से कुछ भी निश्चित नहीं कहा जा सकता.
बरेली लोकसभा सीट के जातीय समीकरण
बरेली लोकसभा सीट के जातीय समीकरणों की बात की जाए तो यहां पर करीब 64 प्रतिशत हिंदू वोटर और 35 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है. बरेलवी मुसलमानों का यह बड़ा केंद्र है. यही पर आला हज़रत रज़ा ख़ान की मजार है, जिसे सुन्नी बरेलवी मुसलमान अपनी आस्था का केंद्र मानते हैं और यहां पर चादर चढ़ाते हैं. तौकीर रजा खान फिलहाल बरेलवी मुसलमानों के बड़े लीडर हैं, जिनके विवादित बयान आए दिन वायरल होते रहते हैं. चुनाव के दौरान मुस्लिम मतदाता आमतौर पर इकट्ठे होकर बीजेपी के खिलाफ वोटिंग करते हैं, जिसके बाद हिंदू आबादी भी दूसरी ओर गोलबंद हो जाती है, जिससे बीजेपी की आसान जीत सुनिश्चित हो जाती है.
बरेली शहर का इतिहास
बरेली शहर रामगंगा नदी के किनारे बसा है और यहां बड़ी आबादी निवास करती है. पुराने वक्त में यह रुहेलखंड राज्य की राजधानी हुआ करता था. अंग्रेजों के खिलाफ 1857 में हुए पहले स्वाधीनता संग्राम में बरेली एक बड़ा केंद्र था. मौजूदा समय में बरेली में सेना की एक छावनी मौजूद है, जो चीन के खिलाफ उत्तरी सीमाओं की हिफाजत की जिम्मेदारी संभालती है. इस शहर का क्षेत्रफल करीब 4 हजार किमी है.
लोकसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास
वर्ष | विजेता | पार्टी |
2019 | संतोष गंगवार | बीजेपी |
2014 | संतोष गंगवार | बीजेपी |
2009 | प्रवीण सिंह ऐरन | कांग्रेस |
2004 | संतोष गंगवार | बीजेपी |
1999 | संतोष गंगवार | बीजेपी |
बरेली लोकसभा चुनाव 2024
पार्टी | उम्मीदवार | मिले वोट | रिजल्ट |
बीजेपी | |||
सपा | प्रवीण सिंह ऐरन | ||
बसपा | |||
अन्य |