Farrukhabad Lok Sabha Election 2024: फर्रुखाबाद में बीजेपी-सपा में करारी भिड़ंत के बीच दलित -पिछड़े वर्ग ने चुना बीजेपी को
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Farrukhabad Lok Sabha Election 2024: फर्रुखाबाद में बीजेपी-सपा में करारी भिड़ंत के बीच दलित -पिछड़े वर्ग ने चुना बीजेपी को

Farrukhabad Lok Sabha Election/Chunav 2024 News: फर्रुखाबाद में बीजेपी और सपा के बीच भिड़ंत के आसार हैं. इस सीट पर दलित- पिछड़े मतदाताओं का बाहुल्य है. ऐसे में वे तय करेंगे कि उनका अगला सांसद कौन होगा.

Farrukhabad Lok Sabha Election 2024: फर्रुखाबाद में बीजेपी-सपा में करारी भिड़ंत के बीच दलित -पिछड़े वर्ग ने चुना बीजेपी को

Farrukhabad Lok Sabha Election 2024: यूपी की फर्रुखाबाद लोकसभा सीट पिछड़ा बाहुल्य है. इस सीट पर सबसे ज्यादा तादाद यादवों की है. उनके अलावा लोधी राजपूत और शाक्य भी बड़ी संख्या में इस सीट में रहते हैं.  यही वजह है कि पार्टियां भी इन्हीं वर्गों में से किसी को अपना टिकट देना पसंद करती हैं. इस सीट पर वर्ष 2009 में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद जीते थे लेकिन मोदी लहर में बीजेपी के मुकेश राजपूत ने 2014 में यह सीट उनसे छीन ली और तब से वही इस सीट पर काबिज हैं. 

फर्रुखाबाद लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024

यूपी की फर्रुखाबाद लोकसभा सीट पिछड़ा बाहुल्य है. इस सीट पर सबसे ज्यादा तादाद यादवों की है. उनके अलावा लोधी राजपूत और शाक्य भी बड़ी संख्या में इस सीट में रहते हैं. 

बीजेपी ने फिर से मुकेश राजपूत पर जताया भरोसा

बीजेपी ने एक बार फिर मुकेश राजपूत पर भरोसा जताया और उन्हें इस सीट पर उतारा है. वहीं कांग्रेस- सपा के बीच हुए गठबंधन में यह सीट सपा के खाते में गई है. पार्टी ने इस सीट से डॉक्टर नवल किशोर शाक्य को टिकट दिया है. यानी कि इस बार भी टिकट तीनों प्रभावी मतदाता समूह में से ही कोई होगा. बसपा ने अभी तक इस सीट से उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. 

शुरुआत के 10 साल कांग्रेस का रहा कब्जा

इस सीट पर पहली बार आम चुनाव 1952 में हुआ था, जिसमें कांग्रेस के मूलचंद दुबे ने बाजी मारी थी. उसके बाद 1957 में वेंकटेश नारायण तिवारी इस सीट से कांग्रेसी सांसद बने. वर्ष 1962 संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के राम मनोहर लोहिया ने इस सीट पर कांग्रेस की जीत पर ब्रेक लगा दिया और सांसद बनने में कामयाब रहे. 

बीजेपी ने 1996 में पहली बार खोला खाता

राम मनोहर लोहिया के बाद फर्रुखाबाद सीट कांग्रेस, जनता पार्टी, जनता दल और सपा के बीच घूमती रही. बीजेपी इस सीट पर पहली बार 1996 में जीतने में सफल हुई, जब पार्टी उम्मीदवार साक्षी महाराज ने यहां से बाजी मारी. वे 1996 और 1998 में लगातार दो बार यहां से सांसद बने. साक्षी महाराज के बाद अगले 10 साल तक सपा नेता चंद्रभूषण सिंह फर्रुखाबाद के सांसद रहे. 

5 में से 4 सीटों पर बीजेपी काबिज

फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र में 5 असेंबली सीटें आती हैं. इनमें से एटा जिले की अलीगंज सीट और फर्रुखाबाद जिले से भोजपुर, फर्रुखाबाद, अमृतपुर और कायमगंज (एससी) सीट शामिल हैं. इनमें से 4 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल काबिज है. 

सबको बसपा प्रत्याशी का इंतजार

अब सबको इस सीट पर बीएसपी प्रत्याशी के घोषित होने का इंतजार है. उसके बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि इस सीट पर चुनावी समीकरण कैसा रहने वाला है. हालांकि मौजूदा माहौल को देखकर लगता है कि बीजेपी का पलड़ा भारी नजर आता है. इसके बावजूद चुनाव रिजल्ट आने तक कुछ भी स्पष्ट तौर पर कहना संभव नहीं होगा. 

फर्रुखाबाद लोकसभा सीट का इतिहास

वर्ष विजेता पार्टी
2019 मुकेश राजपूत बीजेपी
2014 मुकेश राजपूत बीजेपी
2009 सलमान खुर्शीद कांग्रेस
2004 चंद्रभूषण सिंह सपा
1999 चंद्रभूषण सिंह सपा

फर्रुखाबाद लोकसभा 2024

पार्टी उम्मीदवार मिले वोट विजेता
बीजेपी मुकेश राजपूत    
सपा डॉ नवल किशोर शाक्य    
बसपा      
अन्य      

 

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