लोकसभा चुनाव के लिए AAP-कांग्रेस के बीच फॉर्मूला तय, जानें दिल्ली में कौन कितनी सीट पर लड़ेगा चुनाव
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लोकसभा चुनाव के लिए AAP-कांग्रेस के बीच फॉर्मूला तय, जानें दिल्ली में कौन कितनी सीट पर लड़ेगा चुनाव

AAP- Congress Seat Sharing News: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर दिल्ली के लिए आप और कांग्रेस में करीब करीब सहमति बनती नजर आ रही है. इस तरह की जानकारी सामने आ रही है कि आम आदमी पार्टी चार सीटों पर तो कांग्रेस के उम्मीदवार तीन सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं. 

लोकसभा चुनाव के लिए AAP-कांग्रेस के बीच फॉर्मूला तय, जानें दिल्ली में कौन कितनी सीट पर लड़ेगा चुनाव

I.N.D.I.A Seat Sharing News:  सीट शेयरिंग के मुद्दे पर भले ही ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन से किनारा कर लिया है.दिल्ली में इंडिया गठबंधन के लिए अच्छे संकेत नजर आ रहे हैं. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी के साथ सीट शेयरिंग पर करीब करीब बात बन गई है. आम आदमी पार्टी जहां चार सीटों पर चुनाव लड़ सकती है वहीं कांग्रेस तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर सकती है. इसे इंडिया गठबंधन के लिए बड़ा डेवलपमेंट बताया जा रहा है. बता दें कि सीट शेयरिंग का ही हवाला देकर ममता बनर्जी ने अलग होने का फैसला किया था. इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी कहा कि इंडिया गठबंधन के मंच पर उन्होंने सीट शेयरिंग के साथ कई और विषयों को सामने उठाए थे. लेकिन जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो उनके पास कोई और विकल्प नहीं था.

बीजेपी के लिये कितनी मुश्किल

अब अगर कांग्रेस और आप के बीच सीटों को लेकर फॉर्मूला जमीन पर नजर आता है तो चुनावी तस्वीर अलग होगी. गैर बीजेपी मतों के बंटवारे में आप और कांग्रेस रोक पाने में कामयाब होंगे. जानकार भी कहते हैं कि इसमें कोई दो मत नहीं कि आप सरकार की लोकलुभावन योजनाओं से दिल्ली की जनता गदगद है. ऐसे में जाहिर है कि अगर कांग्रेस की तरफ से मतों का बंटवार नहीं हुआ तो निश्चित तौर पर बीजेपी के सामने मुश्किल आ खड़ी होगी. लेकिन एक बात आप नहीं भूल सकते कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अंतर होता है. विधानसभा में जहां स्थानीय मुद्दे हावी होते हैं वहीं लोकसभा में राष्ट्रीय मुद्दा का जोर रहता है. 

इसके साथ ही बीजेपी को यह कहने के लिए मौका होगा कि आप लोग देख सकते हैं जिस दल को आम आदमी पार्ट के नेता पानी पीकर कोसने का काम किया करते थे. वो सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए अपने विचारों से समझौते के लिए तैयार हो गई, इस तरह के दल क्या देश का भला कर सकेंगे. यही नहीं यह तो कांग्रेस का भी दिवालियापन है कि वो उस दल से हाथ मिला रही जिसका पंजाब धड़ा एक भी सीट देने के लिए तैयार नहीं है. हकीकत यह है कि यह मौकापरस्ती है. इन्हें देश से लेना देना नहीं है, इन्हें किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिए.

अभी सात सीटों पर बीजेपी का कब्जा

2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो बीजेपी ने सभी सात सीटों पर कब्जा कर लिया था. यही नहीं 56 फीसद से अधिक मत भी हासिल किए थे. दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें नई दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली हैं. 

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