Sidhi Loksabha Seat Elections News: सीधी लोकसभा सीट पर शुरुआती दौर में सोशलिस्टों का वर्चस्व, फिर कांग्रेस का गढ़, और अब बीजेपी का कब्जा है. यह सीट भी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है.
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Sidhi Loksabha Seat Chunav 2024: सीधी लोकसभा सीट का इतिहास उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. शुरुआती दौर में, सीधी लोकसभा सीट पर सोशलिस्ट पार्टियों का दबदबा था. फिर 1962, 1967, 1980-84 और 1991-96 तक, कांग्रेस ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाया और इसे अपना गढ़ बना लिया.
असल में शुरुआती दौर में, यह सीट सोशलिस्ट पार्टियों के लिए गढ़ थी. इसके बाद, कांग्रेस ने यहां अपनी पैठ बनाई और 1962, 1967, 1980-84 और 1991-96 तक इस सीट पर अपना वर्चस्व बनाए रखा. 1998 में, बीजेपी ने इस सीट पर अपना कब्जा जमा लिया और तब से यह सीट बीजेपी के पास ही है.
कांग्रेस के कई दिग्गज नेता, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह राहुल और भाई राव रण बहादुर सिंह भी शामिल हैं, इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा है.
सीधी लोकसभा सीट पर 1998 में बीजेपी ने कब्ज़ा किया. 2007 के उपचुनाव को छोड़कर 1998 से 2004 तक बीजेपी का कब्जा रहा. 2009 से लेकर 2019 तक लगातार तीन चुनाव जीतकर बीजेपी हैट्रिक लगा चुकी है.
सीधी: मध्य प्रदेश का रत्न
सीधी, मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्र है, जो अपनी विविधता और समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है. यह क्षेत्र प्रदेश के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित है और तीन जिलों - सीधी, सिंगरौली और शहडोल - की 8 विधानसभा क्षेत्रों को शामिल करता है.
प्राकृतिक सुंदरता:
सोन नदी के किनारे बसा सीधी, प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है.
संजय राष्ट्रीय अभ्यारण्य, क्षेत्र का प्रमुख पर्यटक आकर्षण है, जो विविध वनस्पतियों और जीवों का घर है.
घने जंगलों, ऊंचे पहाड़ों और शांत नदियों से घिरा सीधी, प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग है.
सांस्कृतिक महत्व:
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी...
घोघरा देवी का मंदिर, जो हर साल नवरात्रि में भक्तों को आकर्षित करता है, यहाँ स्थित है.
माना जाता है कि अकबर के नौ रत्नों में से एक, बीरबल का जन्म भी इसी क्षेत्र में हुआ था.
आर्थिक महत्व:
सीधी, मध्य प्रदेश का एक प्रमुख कोयला उत्पादन क्षेत्र है.
यहाँ से पूरे देश को कोयला की आपूर्ति की जाती है, जो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है.
जातीय समीकरण और मतदाताओं का नंबर गेम
अनुसूचित जाति 11 फीसदी, अनुसूचित जनजाति 32 फीसदी, ठाकुर-ब्राण्हणों को बर्चस्व है. सीधी में कुल वोटरों की संख्या 1845547 है. इसमें पुरुष और 966579 और महिला वोटर- 878948 हैं. जबकि, अन्य वोटरों की संख्या 20 है. पिछले चुनाव में 1282705 वोट पड़े.
लोकसभा सीट पर चुनाव दर चुनाव जीत का इतिहास
साल | विजयी उम्मीदवार | पार्टी |
1952 | Randhaman Singh | Kisan Mazdoor Praja Party |
1957 | Bhagwan Datta Shastri | Socialist Party |
1962 | Anand Chandra Joshi | Congress |
1967 | Bhanu Prakash Singh | Independent |
1971 | Ranbahadur Singh | Independent |
1977 | Surya Narayan Singh | Janata Party |
1980 | Motilal Singh | Congress (I) |
1984 | Motilal Singh | Congress |
1989 | Jagannath Singh | BJP |
1991 | Motilal Singh | Congress |
1996 | Tilak Raj Singh | All India Indira Congress |
1998 | Jagannath Singh | BJP |
1999 | Chandra Pratap Singh | BJP |
2004 | Manik Singh | Congress (By Election) |
2007 | Chandra Pratap Singh | BJP |
2009 | Govind Prasad Mishra | BJP |
2014 | Riti Pathak | BJP |
2019 | Riti Pathak | BJP |
2024 का समीकरण क्या है? राजेश मिश्र बनाम कमलेश्वर पटेल
मध्य प्रदेश के सीधी संसदीय क्षेत्र सीट बीजेपी ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए पहले से ही राजेश मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है. कयास था कि पूर्व सांसद रीती पाठक, राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह, बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष शीर्षकांत देव सिंह सहित अन्य नाम सामने आ रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उधर कांग्रेस ने पूर्व विधायक कमलेश्वर पटेल पर दांव लगाया है. कमलेश्वर पटेल ओबीसी वर्ग से आते हैं, जबकि डॉ राजेश मिश्रा सामान्य वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं. यही कारण है कि अब इस सीट का मुकाबला भी रोचक हो चुका है..
Candidates in 2024 | Party | Votes | Result |
Rajesh Mishra | BJP | ||
Kamleshwar Patel | Congress | ||