Tikamgarh Seat Lok Sabha Election 2024: टीकमगढ़ की सीट भी भाजपा के नाम दर्ज, विरेन्द्र कुमार चौथी बार बनेंगे सांसद
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Tikamgarh Seat Lok Sabha Election 2024: टीकमगढ़ की सीट भी भाजपा के नाम दर्ज, विरेन्द्र कुमार चौथी बार बनेंगे सांसद

Tikamgarh Loksabha Seat Elections News 2024: टीकमगढ़ सीट 2009 के चुनाव में अस्तित्व में आई. खजुराहो संसदीय क्षेत्र में परिसीमन के बाद छतरपुर जिले की दो पन्ना जिले की तीन और कटनी जिले की तीन विधानसभाएं इसमें शामिल हैं.

Tikamgarh Seat Lok Sabha Election 2024: टीकमगढ़ की सीट भी भाजपा के नाम दर्ज, विरेन्द्र कुमार चौथी बार बनेंगे सांसद

Tikamgarh loksabha seat Chunav: ओरछा के राजा राम की नगरी टीकमगढ़ की लोकसभा सीट आरक्षित है. 2009 से यह अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है. वर्तमान में केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक यहां से तीसरी बार सांसद हैं. 2004 के चुनाव के बाद से, यह सीट बाहरी प्रत्याशियों के कब्जे में ही रही है, और कांग्रेस पिछले 20 वर्षों से यहां जीत का स्वाद नहीं चख पा रही है.

2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई टीकमगढ़ लोकसभा सीट, छतरपुर के कुछ हिस्सों को भी समेटे हुए है. यह क्षेत्र अहिरवार और यादव समाज के प्रभाव के लिए जाना जाता है, जो चुनावी परिणामों को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

2009 के पहले चुनाव में, बीजेपी के वीरेंद्र कुमार ने कांग्रेस के वृन्दावन अहिरवार को हराकर जीत हासिल की थी. 2014 में, उन्होंने कांग्रेस के कमलेश वर्मा को हराकर अपनी जीत दोहराई.

8 विधानसभा सीटें..
टीकमगढ़ लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं: टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, जतारा, खरगापुर, बिजावर, पृथ्वीपुर और महाराजपुर.

धार्मिक, ऐतिहासिक और पुरातात्विक पर्यटन ..
टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र, धार्मिक, ऐतिहासिक और पुरातात्विक पर्यटन के लिए देश के नक्शे पर एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यहाँ स्थित ओरछा नगरी, बुंदेलखंड की अयोध्या के नाम से प्रसिद्ध है. यहाँ के मंदिर में श्री रामराजा सरकार की मूर्ति स्थापित है, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है.

ओरछा नगरी न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि पुरातात्विक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है. यहाँ के भव्य महल, किले और छतरियां दर्शनीय हैं और इतिहास की गवाही देते हैं. टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र में कई अन्य धार्मिक, ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थल भी हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.

रात में राजा राम विराजते हैं..
एक खास बात यह भी है कि यह जगह भी बुंदेलखंड का महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह क्षेत्र जामनी, बेतवा और धसान नदियों से घिरा हुआ है. इस क्षेत्र में ओरछा के रामराजा सरकार मंदिर, जानकी रमण छोटी देवी मंदिर और गढ़ कुंडार किला है. कहा जाता है यहां रात में राजा राम विराजते हैं.

उमा भारती का गढ़ रहा टीकमगढ़..
टीकमगढ़ का संबंध पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा की दिग्गज नेता उमा भारती से भी रहा है. उनका जन्म डूंडा गांव में हुआ था और वे 1989, 1991, 1996 और 1998 में चार बार खजुराहो संसदीय क्षेत्र (जिसका हिस्सा टीकमगढ़ damals था) से सांसद रहीं

टीकमगढ़ की जनसंख्या..
साल 2011 की जनगणना के अनुसार, यहां की 77.2 फीसदी आबादी ग्रामीण और 22.8 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है. टीकमगढ़ की 23.61 फीसदी जनसंख्या एससी वर्ग और 4.5 फीसदी आबादी एसटी वर्ग के लोगों की है. टीकमगढ़ सीट में बुंदेलखंड अंचल का जो हिस्सा शामिल किया गया है. टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र की 77.2 फीसदी आबादी ग्रामीण और 22.8 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्रों में निवास करती है. 

2019 के लोकसभा चुनाव में टीकमगढ़ से बीजेपी के वीरेंद्र खटीक ने कांग्रेस की किरण अहिरवार को हराया था. डॉ. वीरेंद्र खटीक को 6 लाख 72 हजार 248 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस की किरण अहिरवार को 3 लाख 24 हजार 189 वोट मिले. इस बार भी वीरेंद्र खटीक ही इस सीट से बीजेपी के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.

साल विजयी उम्मीदवार​ पार्टी
2009 वीरेंद्र खटीक बीजेपी
2014 वीरेंद्र खटीक बीजेपी
2019 वीरेंद्र खटीक बीजेपी
2024    

क्या है 2024 की स्थिति?
यह सीट कांग्रेस के लिए चुनौती बनी हुई है. पिछले चुनाव में वीरेंद्र खटीक ने कांग्रेस की किरण अहिरवार को हराया था. अभी तक किसी भी पार्टी ने अपना उम्मीदवार तो नहीं घोषित किया है लेकिन जल्द ही इस पर किसका मुकाबला होगा, यह साफ हो जाएगा. 

Candidates in 2024  Party Votes
  BJP  
  Congress  
  BSP  
  SP  

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