Islamic Holy Sites: जिनकी आवाज कभी सऊदी अरब के सामने नहीं निकलती थी वो भी सऊदी के क्राउन प्रिंस को पानी पीकर कोस रहे हैं. आरोप तो यहां तक लग रहे हैं कि मोहम्मद बिन सलमान ने इस्लाम का अपमान किया है लेकिन इस फैशन शो में ऐसा क्या हुआ कि इस्लामी जगत में हल्ला मच गया. (Photo: AI)
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Saudi Arabia Fashion Show: सऊदी अरब जो मुस्लिम जगत में खलीफा का दर्जा रखता है, एक फैशन शो के चलते दुनिया भर के कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गया है. सोशल मीडिया पर इस फैशन शो की क्लिप्स वायरल हो रही हैं, जिसमें आरोप लगाए जा रहे हैं कि इस्लाम के पवित्र स्थलों का अपमान किया गया. सऊदी के क्राउन प्रिंस को पानी पीकर कोस रहे हैं. आरोप तो यहां तक लग रहे हैं कि मोहम्मद बिन सलमान ने इस्लाम का अपमान किया है लेकिन इस फैशन शो में ऐसा क्या हुआ.
क्या है विवाद?
असल में सऊदी अरब में आयोजित एक भव्य फैशन शो में एक ग्लास क्यूब जैसी संरचना दिखाई गई, जिसे कट्टरपंथी "काबा की नकल" बता रहे हैं. इस संरचना के अंदर डांसरों का प्रदर्शन दिखाया गया, जिसे "पवित्र काबा" की तौहीन बताया जा रहा है. पाकिस्तान सहित कई इस्लामी देशों से भी प्रतिक्रियाएं आई हैं, जिनमें सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर इस्लाम का अपमान करने और इस्लामी मूल्यों से समझौता करने के आरोप लगाए गए हैं.
कट्टरपंथियों का गुस्सा
दुनिया भर के इस्लामिक स्कॉलर्स और कट्टरपंथी इस मुद्दे पर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर रहे हैं.
आरोप:
- फैशन शो को "बुतपरस्ती" का प्रचार बताया.
- इस्लामी मूल्यों के पतन और भ्रष्टाचार का संकेत माना.
- क्राउन प्रिंस पर "इस्लाम के साथ विश्वासघात" का आरोप लगाया गया.
सऊदी अरब की सफाई
विवाद बढ़ने पर सऊदी अरब की अफवाह निरोधी संस्था (एंटी रयूमर अथॉरिटी) ने सफाई दी है कि फैशन शो में प्रदर्शित संरचना का काबा से कोई लेना-देना नहीं है. यह केवल एक ग्लास क्यूब था और किसी भी धार्मिक प्रतीक का अपमान नहीं किया गया.
क्राउन प्रिंस पर बढ़ता दबाव
मोहम्मद बिन सलमान, जो सऊदी अरब को आधुनिक और उदार बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, पहले से ही कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं. इस घटना के बाद उनकी आलोचना और तेज हो गई है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद सऊदी अरब में चल रहे व्यापक सामाजिक और धार्मिक बदलावों की ओर इशारा करता है. क्राउन प्रिंस के सुधारवादी कदम कट्टरपंथियों को रास नहीं आ रहे.
फैशन शो से उठे इस विवाद ने सऊदी अरब में चल रही आधुनिकता और परंपराओं के टकराव को उजागर कर दिया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि सऊदी नेतृत्व इस विवाद का समाधान कैसे करता है और क्या यह घटनाक्रम देश की सामाजिक संरचना में और बदलाव लाएगा. (ब्यूरो रिपोर्ट)