Maharashtra Election: महाराष्ट्र में शानदार जीत के बाद अब महायुति सरकार गठन के काम लग गया है. ऐसे में एक बार फिर सवाल उठ रहा है कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा? क्या एकनाथ शिंदे देवेंद्र फडणवीस की तरह उदारता परिचय देंगे? तो चलिए जानते हैं सूत्रों के हवाले से क्या खबरें आ रही हैं.
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Maharashtra CM Race: महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आ गए हैं. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन 'महायुति' ने शानदार जीत हासिल की है. अकेले भाजपा ने 132 सीटों पर जीत का परचम लहराया है. ऐसे में एक बार फिर राज्य के सीएम पद के लिए दावेदारों में बदलाव होने की उम्मीद है. कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर सीएम बन सकते हैं लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एकनाथ शिंदे नई सरकार में क्या भूमिका निभाएंगे?
महायुति - भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिंदे सेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) - 26 नवंबर से पहले महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए तैयार है. आंकड़ों से पता चलता है कि भाजपा के पास 132 सीटें हैं, जबकि शिंदे सेना के पास 57 और एनसीपी अजित पवार के पास 41 सीटें हैं. राज्यपाल की तरफ से दावा पेश करने के लिए बुलाया जाएगा. जिसमें देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री के रूप में वापस आने की संभावना है.
शनिवार की देर रात नागपुर से फडणवीस के मुंबई लौटने के बाद सरकार गठन पर चर्चा करने के लिए शिंदे फडणवीस और पवार के साथ एक बैठक हुई. सूत्रों मुताबिक इस मीटिंग में कैबिनेट को लेकर भी चर्चा हुई है. इसके अलावा कयास लगाए जा रहे हैं कि महायुति की सरकार इस बार भी एक सीएम और दो डिप्टी सीएम के फॉर्मूले पर टिकी रहेगी. इसमें देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री हो सकते हैं. इसके अलावा एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी सीएम की भूमिका में नजर आ सकते हैं.
सूत्रों से पता चलता है कि शिंदे शहरी विकास, एमएसआरडीसी, उद्योग, कृषि, जल संसाधन और जल संरक्षण जैसे प्रमुख विभागों के साथ उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो यह फडणवीस के मंत्रिमंडल में शिंदे का दूसरा कार्यकाल होगा. फडणवीस ने पहले भी शिंदे की सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार किया था, जो राजनीतिक उदारता का परिचय देता है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शिंदे भी उसी तरह का व्यवहार करते हैं या नहीं.
हालांकि शिवसैनिकों की राय है कि शिंदे को फिर से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहिए. उनकी साफ-सुथरी छवि और जिस तरह से उन्होंने हरियाणा, मध्य प्रदेश चुनावों में भाजपा की रणनीतियों में मदद की है, उसके कारण शिवसेना को उम्मीद है कि भाजपा शिंदे पर भरोसा जताएगी और उन्हें पांच साल का पूरा कार्यकाल देगी. हालांकि माना जाता है कि एक लोकप्रिय मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के 'इंफ्रास्ट्रक्चर मैन' के रूप में उनकी छवि ने महायुति के मजबूत प्रदर्शन में अहम किरदार निभाया है. अपनी मजबूत तादाद को देखते हुए भाजपा कितनी सीटें स्वीकार करने को तैयार है, यह देखना अभी बाकी है.
एकनाथ शिंदे 30 जून 2022 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे. वे शिवसेना के वरिष्ठ नेता और उद्धव ठाकरे के अधीन राज्य सरकार में मंत्री थे, लेकिन 2022 में उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व से असहमति जताते हुए बगावत की और शिवसेना पार्टी के एक बड़े गुट के साथ अलग हो गए थे. शिंदे की बगावत की वजह से उद्धव ठाकरे को 29 जून 2022 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा. ठाकरे के इस्तीफे के बाद शिंदे और भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस ने गठबंधन किया. सीटें कम होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने एकनाथ शिंदे को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया और देवेंद्र फडणवीस को उनके अधीन डिप्टी सीएम तैनात किया.