Bollywood Legends: ट्रायल देखकर पसीने छूटे प्रोड्यूसर के, मगर लेखकों ने किया कमाल तो फिल्म बनी धमाल
Advertisement
trendingNow11704645

Bollywood Legends: ट्रायल देखकर पसीने छूटे प्रोड्यूसर के, मगर लेखकों ने किया कमाल तो फिल्म बनी धमाल

Film Trishul: किसी भी फिल्म के लिए प्रोड्यूसर-डायरेक्टर-एक्टर तो जरूरी हैं, लेकिन राइटर उनसे जरा भी कम नहीं हैं. हिंदी फिल्मों सलीम-जावेद की जोड़ी को यूं ही नहीं सम्मान से याद किया जाता. वह बनती फिल्म के बीच में भी ऐसे सुधार कर देते थे कि उसकी तकदीर संवर जाती थी. फिल्म त्रिशूल के समय भी यही हुआ.

 

Bollywood Legends: ट्रायल देखकर पसीने छूटे प्रोड्यूसर के, मगर लेखकों ने किया कमाल तो फिल्म बनी धमाल

Salim-Javed: अमूमन होता यह है कि पहले कहानी लिखी जाती है, फिर उसका टाइटल तय किया जाता है. फिल्मों में भी यही होता है, पहले कहानी और स्क्रिप्ट लिखी जाती है, फिर फिल्म को नाम दिया जाता है. लेकिन त्रिशूल ऐसी फिल्म थी जिसका टाइटल पहले फिल्म डायरेक्टर यश चोपड़ा के दिमाग में आया, फिर फिल्म की कहानी रची गई. यश चोपड़ा ने यह टाइटल सलीम-जावेद की जोड़ी को बताया और कहा कि इसे दिमाग में रखकर स्क्रिप्ट लिखें. जब सलीम-जावेद ने स्क्रिप्ट लिखकर यश चोपड़ा को दिखाई, तो उन्होंने पाया कि स्क्रिप्ट में त्रिशूल कहीं आता ही नहीं है. तब सलीम-जावेद ने समझाया कि फिल्म में तीन सेंट्रल कैरेक्टर होने से फिल्म का टाइटल त्रिशूल बिल्कुल सटीक बैठता है. यह तीन किरदार थे संजीव कुमार, शशि कपूर और अमिताभ बच्चन.

ताकि फिल्म न हो फ्लॉप
जब फिल्म 75% पूरी हो गई तो एक नई दिक्कत सामने आई. फिल्म का स्पेशल ट्रायल रखा गया, जिसमें सलीम-जावेद, यश चोपड़ा तथा फिल्म के प्रोड्यूसर गुलशन राय मौजूद थे. लेकिन फिल्म देखकर सभी को महसूस हुआ कि फिल्म में कुछ कमी है. सभी को लग रहा था कि फिल्म डिजास्टर साबित होगी. ट्रायल देखकर सबसे ज्यादा घबराए प्रोड्यूसर गुलशन राय क्योंकि उनका पैसा लगा था. उन्होंने घबराकर सलीम से पूछा कि हम फिल्म को फ्लॉप होने से कैसे बचा सकते हैं. इस पर सलीम का जवाब था कि फिल्म को रिलीज न किया जाए. इस बात से गुलशन राय और भी घबरा गए. तब यश चोपड़ा ने उन्हें समझाया कि चिंता मत कीजिए सलीम मजाक कर रहे हैं. वह कुछ न कुछ तरीका निकालेंगे जिससे फिल्म चल जाएगी.

फिर की माथापच्ची
इस वाकये के बाद यश चोपड़ा ने मुंबई के सन एंड सैंड होटल में महीने भर के लिए सलीम-जावेद के वास्ते एक कमरा बुक किया. वहां सलीम-जावेद ने स्क्रिप्ट पर फिर जद्दोजहद की. उन्हें लगा फिल्म में अमिताभ के एक्शन सीन की कमी है. तब फिल्म में अमिताभ के लिए एक्शन सीन जोड़े गए. संजीव कुमार के किरदार पर भी काम हुआ. जिसके बाद फिल्म में जान आई. कुछ दृश्य फिल्म पूरी होने के बाद भी शामिल किए और जब त्रिशूल सिनेमाघरों में पहुंची तो सुपर डुपर साबित हुई. गुलशन कुमार फिल्म का ट्रायल देखकर जितना डरे हुए थे, फिल्म की रिलीज के बाद फूले नहीं समा रहे थे. त्रिशूल ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था. फिल्म के डायलॉग्स इतने हिट हुए कि उनका अलग से एलपी रेकॉर्ड रिलीज किया गया, जिसका नाम था द अन फोरगेटेबल डायलॉग्स ऑफ सलीम-जावेद.

 

Trending news