Engineering Degree: जो छात्र इंजीनियरिंग करने की सोच रहे हैं, लोकिन BE और B.Tech कोर्स में कंफ्यूज हैं कि कौन सा कोर्स करियर के लिए बेहतर है, तो ऐसे में आज हम आपको बताएंगे इन दोनों कोर्स के बीच क्या अंतर है और आपको कौन सा कोर्स करना चाहिए.
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B.Tech or BE Degree: साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स को अक्सर यह कंफ्यूजन होता है कि बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (Bachelor of Engineering) में एडमिशन लिया जाए या बीटेक (B.Tech) में. हालांकि, बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (BE) और बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी दोनों में इंजीनियरिंग की ही पढ़ाई कराई जाती है, लेकिन इन दोनों कोर्स में काफी फर्क होता है. इसलिए अगर आप इंजीनिरिंग करने की सोच रहे हैं, तो आज हम आपको बताएंगे कि आपके लिए इन दोंनों कोर्स में से कौन सा कोर्स बेहतर रहेगा और इन दोनों डिग्री कोर्सेस में क्या खास अंतर है.
जानें कहां से होते है BE और B.Tech कोर्स
ऐसी यूनिवर्सिटीज या इंस्टीट्यूट्स जो इंजीनियरिंग के साथ अन्य क्षेत्रों के डिग्री कोर्सेस का भी संचालन करते हैं, वहां से इंजीनियरिंग करने पर हासिल होने वाली डिग्री बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग यानी बीई (B.E) की होती है. जबकि, ऐसे विश्वविद्यालय या संस्थान जो सिर्फ और सिर्फ इंजीनियरिंग की डिग्री देते हैं, वह डिग्री बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी यानी बीटेक (B.Tech) की होती है. बीटेक के स्टूडेंट्स की अपेक्षा में बीई के स्टूडेंट्स को मैथ्स विस्तृत तरीके से पढ़ाया जाता है.
इस संस्ठानों से हालिस करें B.E और B.Tech की डिग्री
बीई की डिग्री देने वाले कुछ प्रसिद्ध संस्थानों में बिट्स पिलानी, अन्ना यूनिवर्सिटी आदि नाम शामिल हैं. जबकि, प्रसिद्ध इंजीनियरिंग संस्थान आईआईटी, एनआईटी और डीटीयू आदि बीटेक की डिग्री प्रदान करते हैं.
नॉलेज ओरिएंटेड होती है बीई की डिग्री
बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री में थ्योरी और फंडामेंटल पर ज्यादा जोर दिया गया है और यह मजबूत बुनियादी सिद्धांतों पर केंद्रित है. बीई की डिग्री नॉलेज ओरिएंटेड होती है. इसका सिलेबस हमेशा अपडेट नहीं किया जाता है.
इंडस्ट्रियल ओरिएंटेड B.Tech में जरूरी है इंटर्नशिप
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री में प्रैक्टिकल पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है. इंडस्ट्रियल ओरिएंटेड होने के नाते इस डिग्री में सिलेबस को समय-समय पर अपडेट किया जाता है. इस डिग्री को हासिल करने के बाद आपको इंटर्नशिप प्रोग्राम और इंडस्ट्रियल सर्वे करना जरूरी है. बीटेक वालों को जॉब में जल्दी सिलेक्शन मिलता है. वहीं, बीटेक के स्टूडेंट्स को मार्केट डिमांड की जरूरतों को देखते हुए तैयार किया जाता है.