Public Health Care Course: ग्रेजुएशन के बाद आप इसे लेकर परेशान हैं कि आगे किस क्षेत्र में बेहतर करियर बनाया जा सकता है तो पब्लिक हेल्थ प्रोफेशन कोर्स आपके लिए बेहतर करियर विकल्प हो सकते हैं. देश ही नहीं विदेशों में भी में पब्लिक हेल्थ सेक्टर में करियर की अपार संभावना हैं.
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Public Health Care Course: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सभी अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कोविड-19 के बाद से लोग अपनी सेहत को लेकर काफी जागरूक हुए हैं. वहीं, पिछले कुछ वर्षों में सेहत के प्रति लोगों की बढ़ती सावधानी के चलते हैं. पब्लिक हेल्थ में प्रोफेशनल्स की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है. पब्लिक हेल्थ कोर्स को हेल्थ सर्विसेज केंद्रित करने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किया गया है. यहां हम आपको इससे जुड़े नौकरी के अवसर और इस कोर्स के बारे में तमाम जानकारी दे रहे हैं. हमें यकीन हैं इसके बारे में आप भी विस्तार से जानना चाहेंगे.
ग्रेजुएशन के बाद चुने पब्लिक हेल्थ सेक्टर
ग्रेजुएशन की पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद स्टूडेंट्स मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ का कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. देश के कई सरकारी और प्राइवेट संस्थान एमपीएच कोर्स ऑफर करते हैं. मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ कोर्स 2 साल का होता है, जिसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है.
सिलेबस
मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ कोर्स में समाज की बेहतर सेहत के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करने के बारे में बताया जाता है. दो साल के इस कोर्स में स्टूडेंट्स को समाज को विभिन्न रोगों से बचाने के लिए जनता को किस तरह जानकारी दी जाती है, उसके बारे में अध्ययन कराया जाता है. इसके अलावा लोगों को किन चीजों से किस तरह की बीमारियां हो सकती है, यह भी बताया जाता है.
पब्लिक हेल्थ में नौकरी की संभावनाएं
पब्लिक हेल्थ में मास्टर्स की डिग्री हासिल कर लेने के बाद ऐसे कई प्राइवेट और सरकारी संस्थान है जहां पर आपको काम करने की गोल्डन अपॉर्चुनिटी मिलती है. पब्लिक हेल्थ के लिए नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर काम करने के अवसर भी मिलते हैं. कैंडीडेट्स इस कोर्स को करने के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल, एनजीओ और हेल्थ सेक्टर में अपना बेहतरीन करियर बना सकते हैं. आपको बता दें कि देश के अलावा विदेशी कंपनियां भी पब्लिक हेल्थ प्रोफेशनल्स को हायर करती हैं. ऐसे में आपके पास विदेश में काम करने का भी बेहतर अवसर है.
जरूरी योग्यता
इस कोर्स को करने के इच्छुक कैंडिडेट्स के पास एमबीबीएस, बीडीएस, बीपीटी, नर्सिंग में किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक की डिग्री होना जरूरी है. इसके अलावा इस कोर्स को करने के लिए अभ्यर्थी का न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों से ग्रेजुएट होना जरूरी है.
जानें कितनी होती है सैलरी
पब्लिक हेल्थ सेक्टर के किसी भी कोर्स को कंप्लीट करने के बाद मिलने वाला वेतन कार्य और संस्थान पर निर्भर करता है. किसी बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल या एनजीओ के साथ काम करने पर 40 से 45 हजार रुपये प्रतिमाह मिलते हैं. वहीं, सरकारी संस्थानों में 70 से 80 हजार प्रतिमाह वेतन दिया जाता है. जबकि, विदेशी संस्थानों में आपकी सैलरी लाखों रुपये हो सकती है.