EXCLUSIVE: इतना आसान नहीं था भोजपुरी सुपरस्टार बनना, पढ़ें अरविंद अकेला कल्लू की कुछ अनसुनी बातें
Advertisement
trendingNow1429016

EXCLUSIVE: इतना आसान नहीं था भोजपुरी सुपरस्टार बनना, पढ़ें अरविंद अकेला कल्लू की कुछ अनसुनी बातें

Zee Digital से हुई अरविंद अकेला कल्लू की एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने बताया कि बचपन से ही उन्हें संगीत से प्रेम था और भोजपुरी के दिग्गज अभिनेता व गायक पवन सिंह के वह जबरदस्त फैन हैं.

बिहार के बक्सर के रहने वाले कल्लू की कामयाबी के पीछे वह अपना पूरा श्रय अपने पिता चुनमुन चौबे को देते हैं.

नई दिल्ली: भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार अरविंद अकेला कल्लू आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. अपनी कड़ी मेहनत और काम के प्रति लगन से आज कल्लू उस मुकाम पर पहुंच चुके हैं, जहां हर एक सफल व्यक्ति पहुंचना चाहता है. Zee Digital से हुई अरविंद अकेला कल्लू की एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने बताया कि बचपन से ही उन्हें संगीत से प्रेम था और भोजपुरी के दिग्गज अभिनेता व गायक पवन सिंह के वह जबरदस्त फैन हैं. बिहार के बक्सर के रहने वाले कल्लू की कामयाबी के पीछे वह अपना पूरा श्रय अपने पिता चुनमुन चौबे को देते हैं. कल्लू बताते हैं कि उनके गांव में सरस्वती पूजा के अवसर पर नाटक आयोजित हुआ करता था, जिसमें उनके पिता राइटर और डायरेक्टर दोनों थे. साथ ही साथ वह गाना भी गाया करते थे.

  1. कल्लू एक गरीब परिवार से थे और पैसों का अभाव था
  2. कल्लू का पहला एल्बम था 'गवना कहिया ले जइबा'
  3. साल 2006 से भोजपुरी फिल्म जगत में सक्रिय हैं कल्लू

fallback

वहीं, दूसरी ओर पवन सिंह के जबरा फैन कल्लू उनके गाने बचपन से ही सुनते थे. कल्लू कहते हैं कि वह बचपन से ही पवन सिंह को अपना गुरू मानते आ रहे हैं. इसी दौरान कल्लू ने अपने पिता के सामने अपनी इच्छा जाहिर की कि वह भी गाना चाहते हैं, क्योंकि वह अपने स्कूल में गाना गाया करते थे और स्कूल में उनकी काफी तारीफ भी होती थी. फिर क्या था कल्लू को उनके पिता जी ने अपने मंच पर गाने का मौका दिया और वह साल 2006 था, जब कल्लू मात्र 8 साल के थे. कल्लू बताते हैं कि जब वह स्कूल में गाते थे तो वह सिर्फ स्कूल में ही फेमस थे, लेकिन जब उन्होंने पहली बार मंच पर गाया तो फिर पूरे गांव वालों के बीच वह मशहूर हो गए.

fallback

चूंकि कल्लू एक गरीब परिवार से थे और पैसों का अभाव था, इसलिए वह चाहकर भी खुद से एल्बम नहीं निकाल सकते थे. बक्सर के एक छोटे से गांव अहिरौली में उनके पिता जी का एक रिश्का का दुकान था, जहां उनके पिता खुद रिक्शा बना-बनाकर बेचा करते थे. लेकिन कहते हैं न कि उम्मीद और चाह आपको आपकी मंजिल तक पहुंचा ही देती है. वही हुआ कल्लू के साथ, किसी तरह कुछ पैसों का जुगाड़ कर कल्लू के पिता जी ने एक एल्बम निकाला, जिसका नाम था 'गवना कहिया ले जइबा'. यह कल्लू के आवाज में उनका पहला एल्बम था, जो पूरे बिहार में हिट हुआ. बता दें, उस वक्त कल्लू की उम्र महज 9 साल थी और इस एल्बम को बिहार की एक म्यूजिक कंपनी बी सीरीज ने निकाला था. 

fallback

बस क्या था, इसके बाद कल्लू ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. पहला एल्बम हिट होते ही कल्लू को कई बड़े म्यूजिक कंपनियों से ऑफर आने शुरू हो गए, जिसमें से भोजपुरी फिल्म जगत का मशहूर वेब म्यूजिक भी एक था. धीरे-धीरे सफलता की ओर बढ़ते हुए कल्लू ने अपना अगला पड़ाव एक्टिंग की ओर किया. कल्लू की बचपन से इच्छा थी कि वह पवन सिंह के साथ फिल्मों में काम करें. वह ऐसा सोचते थे कि जैसे भोजपुरी फिल्मों में सारे सिंगर हीरो बनते हैं तो वह भी एक हीरो बनें. फिल्म डायरेक्टर अरविंद चौबे ने उन्हें एक एक्टर के रूप में फिल्म 'दिल भइल दीवाना' से लॉन्च किया.

fallback

फिर क्या था, इसके बाद कल्लू ने एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया, जिसमें 'दीवानगी', 'रंग', 'रब्बा इश्क न होबे' मुख्य रूप से शामिल है, लेकिन पवन सिंह के साथ उनकी पहली फिल्म आई 'हुकुमत', जिसने भोजपुरी बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया. इस फिल्म से पवन सिंह और कल्लू की जोड़ी सुपरहिट हो गई. लोगों को इनकी जोड़ी बेहद पसंद आई और आज भी इनकी जोड़ी की तारीफ होती है. कल्लू बताते हैं कि अब तक पवन सिंह के साथ उन्होंने 4 फिल्मों में काम किया है. वहीं, जल्द ही भोजपुरी के दिग्गज अभिनेता रवि किशन के साथ कल्लू की एक फिल्म आने वाली है जिसका नाम 'राधे' है. 

fallback

फिल्म 'राधे' के बारे में कल्लू बताते हैं कि यह एक बहुत ही शानदार फिल्म है, जिसमें पहली बार भोजपुरी फिल्म में हाथी के साथ एक कहानी सभी भोजपुरी दर्शकों को देखने को मिलेगा. वहीं, भोजपुरी जुबलीस्टार दिनेशलाल निरहुआ के साथ भी कल्लू बचपन में काम चुके हैं और खेसारीलाल यादव के साथ उन्होंने कई स्टेज शो कर चुके हैं. आपको बता दें, कल्लू को एक्टिंग और गाने के अलावा क्रिकेट खेलना भी बहुत पसंद है, वह खाली समय में क्रिकेट खेलना, टीवी देखना और पढ़ाई करना पसंद करते हैं. कल्लू बताते हैं कि बचपन से ही भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ जाने के कारण वह ज्यादा पढ़ नहीं सके, इसलिए जब भी उन्हें वक्त मिलता है, वह पढ़ाई करते हैं. 

fallback

भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलताओं पर कल्लू का कहना है कि भोजपुरी सबसे मीठी भाषा है और कुछ लोग डबल मीनिंग गाने गाकर इसे बदनाम कर रहे हैं. ऐसे जरूरत है कि जिस तरह भोजपुरी फिल्मों में सेंसर बोर्ड है वैसा ही भोजपुरी एल्बम के लिए भी सेंसर बोर्ड होनी चाहिए, जिससे इस तरह गानों पर बावंदी लग सके. कल्लू का मानना है कि जब से यूट्यूब पर भोजपुरी गानों की लहर शुरू शुरू हुई है, तब से व्यूज के चक्कर में और ज्यादा ऐसे गाने निकलने लगे हैं कि उन्हें खुद यूट्यूब ओपन करने में कभी-कभी शर्म आती है कि कहीं कुछ गंदा न निकलकर सामने आ जाए. कल्लू इसे शर्मनाक घोषित करते हैं, जो भोजपुरी के लिए बहुत ही खराब है. 

fallback

कल्लू इन दिनों अपनी फिल्म 'आवारा बलम' की सफलता से काफी खुश हैं और वह जल्द ही 'बब्बर', 'राधे', 'धमक', 'सीता और गीता' जैसे कई भोजपुरी फिल्मों में नजर आने वाले हैं. कल्लू को बॉलीवुड के एक्टर अक्षय कुमार और सलमान खान काफी पसंद है और उन्हें एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित का अभिनय शुरू से ही काफी प्रभावित किया है. 

भोजपुरी फिल्मों की और खबर पढ़ें

Trending news