Bollywood Actor Mamik Singh: कहते हैं किस्मत से बढ़कर और कुछ नहीं होता. क्या, किसे, कब, कहां और कितना मिलना है ये सब हाथों की लकीरें ही तय करती हैं. तभी तो एक बड़े एक्टर की ना ने मामिक सिंह की जिंदगी बना दी और मामिक की ना उनके करियर पर भारी साबित हुई.
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Jo Jeeta Wahi Sikandar: 90 के दशक में रिलीज हुई जो जीता वही सिकंदर आमिर खान (Aamir Khan) के करियर की बेहतरीन फिल्मों में से एक रही है. जिसे आज भी खूब पसंद किया जाता है. इस फिल्म में कुलभूषण खरबंदा जहां आमिर के पिता के रोल में थे तो वहीं उनके बड़े भाई का रोल निभाया था मामिक सिंह (Mamik Singh) ने. जिन्हें ये रोल किस्मत से ही मिला था. दरअसल, पहले इस भूमिका के लिए मिलिंद सोमन (Milind Soman) को फाइनल किया गया था लेकिन किन्हीं कारणों से उन्होंने इसे करने से इंकार कर दिया और बस ये रोल जा पहुंचा सीधे मामिक सिंह की झोली में.
मिलिंद सोनम की ‘ना’ से चमकी किस्मत
ये सच है कि मामिक सिंह को ये रोल मिलिंद सोमन की ना के बाद ही मिला. चूंकि फिल्म जबरदस्त हिट रही लिहाजा मामिक को भी ना सिर्फ नोटिस किया गया बल्कि इसके बाद उन्हें ढेरों फिल्मों के ऑफर भी मिलने लगे. हालांकि फिल्मों में उन्हें लीड रोल ऑफर नहीं हो रहे थे. बल्कि वो सपोर्टिंग कैरेक्टर में थे. लिहाजा एक के बाद एक मामिक इन फिल्मों को रिजेक्ट करते रहे. इसकी वजह थी कि वो लीड में काम करना चाहते थे.
यूं बिगाड़ा चमका हुआ करियर
हर बार ना का मतलब ये हुआ कि अब मेकर्स ने उन्हें अप्रोच करना ही छोड़ दिया और उनके पास ऑफर आने बंद हो गए. लेकिन उस वक्त जैसे तैसे गुजारा तो करना ही था लिहाजा उन्होंने टीवी का रुख किया और सीरियल्स में काम करने लगे. हालांकि छोटे पर्दे पर उनका करियर काफी अच्छा रहा. कुछ सालों तक वो टीवी पर ही काम करते रहे और आखिरकार 1997 में उन्होंने फिर से बॉलीवुड में वापसी की लेकिन फिल्म फ्लॉप रही. साल 2000 में आई क्या कहना हिट तो रही लेकिन मामिक सिंह को इससे कुछ खास फायदा नहीं हुआ. खैर करियर चाहे कैसा भी रहा हो लेकिन मामिक आज भी इस पेशे से जुड़े हैं. फिलहाल वो फिल्म और वेब सीरीज में गाहे-बगाहे नजर आ ही जाते हैं.
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