नई दिल्‍ली: हाल ही में खबर आई थी कि संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' को लेकर विरोध कर रही करणी सेना ने यह फिल्‍म देखने के बाद अपना विरोध वापस ले लिया है. करण सेना की मुंबई शाखा के सामने आए एक पत्र में यह घोषणा की गई थी कि फिल्‍म देखने के बाद अब राजपूत समुदाय और करणी सेना अपना विरोध वापस लेती है. लेकिन इस खबर का खंडन करते हुए राजस्‍थान की करणी सेना के अध्‍यक्ष लोकेंद्र सिंह काल्‍वी ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कहा कि उन्‍होंने अभी कोई विरोध वापस नहीं लिया है. उन्‍होंने कहा, 'करनी सेना के नाम से बाजार में डुप्लीकेसी चल रही है, लेकिन राजपूत करणी सेना सिर्फ एक है और मैं उसका संस्‍थापक हूं.'


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8 नकली करणी सेना बन गई हैं
इस प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में काल्‍वी ने कहा, 'हमारी तरफ से फिल्‍म का विरोध जारी रहेगा. करणी सेना के नाम से बाजार में डुप्लीकेसी चल रही है. उन्‍होंने कहा कि 8 से अधिक करणी सेना बन चुकी हैं, लेकिन राजपूत करणी सेना केवल एक है और उसका संस्थापक मैं हूं.' काल्‍वी ने यहां समाज को मिलते-जुलते नामों से बनने वाली ऐसी सेनाओं से सावधान रहना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि राजपूत करणी सेना ने ही इस फिल्‍म का विरोध शुरू किया था और दूसरी करणी सेना के लोग इसे लेकर भ्रामक स्‍थ‍िति पैदा कर रहे हैं.



मुंबई शाखा ने लिखा, देश में कराएंगे रिलीज
बता दें कि शुक्रवार के करणी सेना के नाम का एक पत्र सामने आया जिसमें इस फिल्‍म का विरोध वापस लेने की बात कही गई थी. अपना विरोध वापस लेते हुए करणी सेना ने कहा था कि भारत के जिन राज्यों में फिल्म को रिलीज नहीं किया गया है उन राज्यों में अब इस फिल्म को रिलीज कराने में करणी सेना मदद करेगी. करणी सेना ने कहा कि फिल्म राजपूत की वीरताओं को स्पष्ट करती है. राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के मुंबई अध्‍यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा कि करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामड़ी के निर्देश पर कुछ सदस्यों ने मुंबई में शुक्रवार को फिल्म देखी और पाया कि फिल्म राजपूत की वीरता और बलिदान को गौरवान्वित करती है और फिल्म देखने के बाद राजपूत गर्व महसूस करेंगे.


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