Satya 25 Years: मंदाकिनी के दाऊद इब्राहिम से कनेक्शन ने भीखू म्हात्रे के किरदार में डाल दी थी जान!
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Satya 25 Years: मंदाकिनी के दाऊद इब्राहिम से कनेक्शन ने भीखू म्हात्रे के किरदार में डाल दी थी जान!

Satya Movie Unknown facts: सत्या फिल्म का यूं तो हर किरदार आज भी जहन में जिंदा है लेकिन भीखू म्हात्रे बनकर मनोज बाजपेयी दिलों पर ऐसे छाए कि आज तक उनकी वो छाप मिटी नहीं है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके इस किरदार का जन्म मंदाकिनी और दाऊद के कनेक्शन से हुआ था.   

Satya 25 Years: मंदाकिनी के दाऊद इब्राहिम से कनेक्शन ने भीखू म्हात्रे के किरदार में डाल दी थी जान!

Satya Movie Bhikhu Mhatre Story: 3 जुलाई को सत्या फिल्म ने 25 साल पूरे कर लिए हैं. गैंगस्टर्स की दुनिया पर बनी इस फिल्म ने खूब सुर्खियां बंटोरी थी. जिसका हर किरदार आज भी लोगों के जहन में जिंदा है. इन्हीं किरदारों में से एक है भीखू म्हात्रे (Bhikhu Mhatre) जिसे पूरी शिद्दत से मनोज बाजपेयी ने निभाया और फिर कभी उन्हें करियर में पलटकर देखने की जरूरत ही नहीं पड़ी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस किरदार का जन्म एक्ट्रेस मंदाकिनी (Mandakini) और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के कनेक्शन से हुआ और अजीत दिवानी नाम के एक शख्स ने इसमें जान डाल दी. कौन था ये शख्स और इसका मंदाकिनी और दाऊद से क्या लेना देना था चलिए बताते हैं आपको. 

जिस वक्त सत्या बनाने का ख्याल राम गोपाल वर्मा के दिलो- दिमाग में आया उस वक्त मायानगरी पर पूरी तरह अंडरवर्ल्ड का खौफ था. बॉलीवुड में भी उसकी पैठ कम ना थी. उस वक्त दाऊद की गर्लफ्रेंड थीं राम तेरी गंगा मैली की लीड एक्ट्रेस रहीं मंदाकिनी और उन्हीं के सेक्रेटरी थे अजीत दिवानी. जिनका जिक्र हमने ऊपर किया. मंदाकिनी से प्रोफेशनली रिश्ता होने के चलते उस वक्त अजीत दिवानी भी कथित तौर पर कुछ गैंगस्टर्स को जानने लगे थे. जब एक बार उनकी मुलाकात राम गोपाल वर्मा से हुई तो उन्होंने एक ऐसा किस्सा शेयर किया जिससे भीखू म्हात्रे के किरदार में जान आई. 

सच्चे किस्से से जन्मा भीखू म्हात्रे
राम गोपाल वर्मा ने एक इंटरव्यू में इसका जिक्र किया और बताया- अजीत दिवानी ने एक किस्सा उनसे शेयर किया था. वो एक गैंगस्टर के घर गये थे, जिसके भाई को पुलिस ने मार दिया था क्योंकि उसका भाई भी गैंगस्टर था. अजीत ने बताया कि जब वो अपने भाई को देखने गया तो अपने भाई की डेड बॉडी को गाली दे रहा था क्योंकि उसने उसकी बात नहीं सुनी और उसकी मौत हुई. ये मुझे बहुत अजीब लगा कि कोई डेड बॉडी को गाली दे रहा था और यही भीखू म्हात्रे की आत्मा बना. जिसका जिक्र अजीत दिवानी कर रहे थे.

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