NTA News: जिस परीक्षा के लिए भूखे-प्यासे प्रचंड गर्मी में ठसाठस भरी ट्रेन में यात्रा करते हुए छात्र यात्रा करें, उसका परिणाम अगर ये निकले तो यह शायद ही बर्दाश्त हो पाएगा. एनटीए का ताजा मामला नेट परीक्षा का है. महज एक दिन पहले हुई परीक्षा रद कर दी गई है.
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National Testing Agency: नीट का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा कि नेट चर्चा में आ गया, नेट की परीक्षा भी रद हो गई. ये दोनों परीक्षाएं भी फिलहाल एनटीए करा रहा है. एनटीए यानि कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का सिर्फ इतना ही परिचय नहीं है. इसके बारे में और भी जानना चाहिए कि ये कितनी परीक्षाएं कराता है और आखिर बार-बार परीक्षाओं में धांधली के चलते कैसे एनटीए की विश्वसनीयता घट रही है.
यह बात सही है कि जिन परीक्षाओं के लिए भूखे-प्यासे प्रचंड गर्मी में ठसाठस भरी ट्रेन में यात्रा करते हुए छात्र यात्रा करें, उनका परिणाम अगर ये निकले तो यह शायद ही बर्दाश्त हो पाएगा. एनटीए का ताजा मामला नेट परीक्षा का है. महज एक दिन पहले हुई परीक्षा रद कर दी गई है. लेकिन ऐसा क्यों हुआ ये समझने की जरूरत है. और ये भी समझने की जरूरत है कि परीक्षाएं बार-बार क्यों रद हो जा रही हैं और क्यों पेपर लीक हो जा रहे हैं.
पहले एनटीए के बारे में जान लीजिए. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि कि एनटीए की स्थापना 2017 में हुई थी. इसे केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी थी. जिसके बाद मानव संसाधन मंत्रालय ने NTA का गठन किया था. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की स्थापना भारतीय संस्था पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत हुई थी. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट, फार्मेसी और शिक्षा विभाग के संस्थानों में एडमिशन और फेलोशिप के लिए नेशनल लेवल पर कई एंट्रेंस टेस्ट आयोजित कराती है.
ये शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के तहत आने वाली एक स्वायत्त संस्था है. यह बात भी सही है कि इस एजेंसी के पास शिक्षा प्रशासकों, विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और मूल्यांकन डेवलपर्स की एक टीम होती है लेकिन देशभर में कहीं ना कहीं पेपर लीक के मामले सामने आ ही जाते हैं. वैसे तो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का राष्ट्रीय स्तर पर कुशल, पारदर्शी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप परीक्षाएं आयोजित करना है. लेकिन हाल में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसके चलते अब ये संस्था अपनी विश्वसनीयता के लिए जूझने लगी है.
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) 2024 को लेकर कई विवाद सामने आए हैं, जिनके चलते सुप्रीम कोर्ट में भी याचिकाएं दायर की गई हैं. इन विवादों के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
1. पेपर लीक: आरोप हैं कि NEET UG 2024 परीक्षा का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं.
2. ग्रेस मार्क्स: एनटीए ने कुछ उत्तरों के लिए "ग्रेस मार्क्स" देने का फैसला किया था, जिसे लेकर कई छात्रों ने आपत्ति जताई थी. सुप्रीम कोर्ट ने बाद में एनटीए को निर्देश दिया कि वह "ग्रेस मार्क्स" को हटाकर संशोधित परिणाम जारी करे.
3. परीक्षा केंद्रों में गड़बड़ी: कुछ परीक्षा केंद्रों में अव्यवस्था और गड़बड़ी की खबरें भी आई थीं.
4. सीबीआई जांच: इन सभी आरोपों के मद्देनजर, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को NEET 2024 परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच करने का निर्देश दिया है.
5. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई: 17 जून 2024 को, सुप्रीम कोर्ट ने NTA को फटकार लगाई और कहा कि "अगर गड़बड़ी हुई है तो उसे स्वीकार करना होगा." अदालत ने एनटीए को 8 जुलाई 2024 तक अपनी प्रतिक्रिया देने का समय दिया है.
इस मामले पर अभी भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है और यह देखना बाकी है कि क्या कोई ठोस कार्रवाई की जाती है. कमोबेश यही स्थिति अन्य परीक्षाओं के साथ भी है. अब देखना होगा कि सरकार द्वारा कंट्रोल इस एजेंसी का क्या स्टैंड होगा.