गर्दिश में सितारे: इस बीमारी ने छीन ली 'सलमान खान की आवाज', जानें कितनी है खतरनाक, ये हैं लक्षण और बचाव
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गर्दिश में सितारे: इस बीमारी ने छीन ली 'सलमान खान की आवाज', जानें कितनी है खतरनाक, ये हैं लक्षण और बचाव

symptoms and treatment of cardiac arrest: साजिद-वाजिद की जोड़ी को बॉलिवुड के सबसे सफल म्यूजिक डायरेक्टरों की जोड़ी में गिना जाता था, उन्होंने 'दबंग' सहित सलमान खान की कई सुपरहिट फिल्मों में म्यूजिक दिया था, लेकिन साजिद की मौत के साथ ही ये जोड़ी टूट गई. इसकी वजह बना कार्डियक अरेस्ट. 

symptoms and treatment of cardiac arrest

गर्दिश में सितारे/भूपेंद्र राय- Symptoms and treatment of cardiac arrest: साजिद-वाजिद की जोड़ी को बॉलिवुड के सबसे सफल म्यूजिक डायरेक्टरों की जोड़ी में गिना जाता था. साजिद-वाजिद की जोड़ी सलमान खान के काफी करीब थी. इस जोड़ी ने उनकी फिल्मों में कई सुपरहिट गाने दिए हैं, लेकिन कार्डियक अरेस्ट की वजह से अब ये जोड़ी हमेशा के लिए टूट गई. वाजिद सलमान खान के काफी करीब थे. अगर हम वाजिद खान को 'सलमान खान की आवाज' कहें तो गलत नहीं होगा, क्योंकि साजिद-वाजिद की जोड़ी ने सलमान खान की ही फिल्म 'प्यार किया तो डरना क्या' से डेब्यू किया था. इसके बाद तो इस जोड़ी ने 'तुमको ना भूल पाएंगे' 'तेरे नाम', 'गर्व',  'पार्टनर', 'गॉड तुसी ग्रेट हो', 'वॉन्टेड', 'मैं और मिसेज खन्ना', 'वीर' और 'एक था टाइगर' और दबंग जैसी सलमान खान की सुपरहिट फिल्मों में म्यूजिक देकर खूब नाम कमाया.

31 मई 2021 को वाजिद खान ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. 42 साल के वाजिद खान काफी समय से किडनी संबधी बीमारी से जूझ रहे थे. म्यूजिक डायरेक्टर वाजिद खान की मौत के बाद ये कहा गया कि उनका निधन कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते हुआ था, लेकिन उनके भाई और जोड़ीदार साजिद खान ने बताया था कि वाजिद का निधन हृदयगति रुकने (कार्डियक अरेस्ट) के कारण हुआ था.

अलग-अलग होते हैं हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट

कुछ लोग कार्डियक अरेस्ट को हार्ट अटैक भी समझते हैं, लेकिन ये दोनों अलग है. यहां ये समझना जरूरी है कि हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक कार्डियक अरेस्ट होता है. इस बीमारी में अगर समय पर इलाज न मिले, तो व्यक्ति की मौत तक हो सकती है. इसमें इलेक्ट्रिक इनबैलेंस के कारण दिल धड़कना बंद कर देता है, जिसकी वजह से व्यक्ति सांस नहीं ले पाता है और हांफने लगता है.

हार्ट अटैक क्या होता है? what is a heart attack
दिल का दौरा तब होता है जब कोरोनरी धमनियों में रुकावट पैदा हो जाती है. यह रक्त वाहिकाएं हैं, जो हृदय की मांसपेशी तक खून को पहुंचाती हैं. दिल एक मांसपेशी है, इसलिए इसे अपना काम करने के लिए ऑक्सीजन युक्त रक्त की ज़रूरत होती है. कोरोनरी धमनियों में रुकावट की वजह से हार्ट अटैक आता है, क्योंकि मांसपेशी तक खून नहीं पहुंच पाता है. अगर रुकी हुई कोरोनरी धमनियों को जल्दी से नहीं खोला जाता है, तो दिल की मांसपेशियां मरने लगती हैं. दिल का दौरा पड़ने की स्थिति में, आपको सीने में जकड़न, जलन, दबाव और दर्द के साथ-साथ अत्यधिक दर्द भी होता है. व्यक्ति को बाएं कंधे और बाएं हाथ सहित शरीर के ऊपरी-बाएं क्षेत्रों में दर्द का अनुभव हो सकता है, कार्डिऐक अरेस्ट की तरह आमतौर पर हार्ट अटैक में दिल धड़कना नहीं बंद होता.

कार्डिअक अरेस्ट क्या होता है? (What is cardiac arrest)
मायोक्लिनिक के अनुसार
, कार्डिअक अरेस्ट तब होता है, जब दिल पूरी तरह से धड़कना बंद कर देता है. यह दिल में एक इलेक्ट्रिक खराबी से शुरू होता है, जिसकी वजह से दिल की धड़कने अनियमित हो जाती हैं. इन दोनों के बीच प्राथमिक अंतर यही है, दिल के दौरे के मामले में, हृदय धड़कता रहता है, भले ही हृदय की मांसपेशी को खून न मिल रहा हो, जबकि कार्डियक अरेस्ट में दिल धड़कना बंद कर देता है, जिसकी वजह से इंसान बेहोश हो जाता है, सांस नहीं ले पाता और न ही पल्स होती हैं. कार्डिएक अरेस्ट होने पर अगर फौरन इलाज न हो तो कुछ ही मिनटों में मौत हो जाती है.

इन लोगों के लिए ज्यादा खतरा
अचानक कार्डियक अरेस्ट के ज्यादातर मामले उन लोगों में होते हैं, जिन्हें कोरोनरी आर्टरी डिजीज है, जिसमें धमनियां कोलेस्ट्रॉल और अन्य जमा से बंद हो जाती हैं, जिससे हृदय में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है. 

कार्डियक अरेस्ट के कारण  (due to cardiac arrest)

  1. अत्यधिक शराब का सेवन करना.
  2. धमनी रोग का होना
  3. हृदय की संरचना में परिवर्तन होना.
  4. मोटापा
  5. मधुमेह

कार्डियक अरेस्ट के लक्षण  (Symptoms of cardiac arrest)

  • सांस न चलना.
  • छाती में दर्द.
  • सांस लेने में कठिनाई.
  • दुर्बलता. 
  • सिर चकराना.
  • जी मिचलाना.
  • अचानक होश खो बैठना और फिर अचानक गिर जाना.
  • पल्स और ब्लड प्रेशर थम जाते हैं.

कार्डियक अरेस्ट से बचने के उपाय (tips to avoid cardiac arrest)

  1. किसी भी प्रकार का व्यायाम या गतिविधि हृदय गति को बनाए रखती है. डॉक्टरों के अनुसार, दिल को जवां रखने के लिए दौड़ना, साइकिल चलाना, रस्सी कूदना, तैरना जैसी  गतिविधियां भी बेहद मददगार होती हैं.
  2. अचानक दिल के दौरे के जोखिम को कम करना है तो आपको डेली फिजिकली तौर पर एक्टिव रहना चाहिए. आप हमेशा स्वस्थ्य रहने के लिए 30-45 मिनट की एक्सरसाइज जरूर करें.
  3. मोटापा अधिक जोखिम का कारण बनता है, इसलिए जो लोग मोटे हैं उन्हें वेट लॉस के बारे में विचार करना चाहिए. 
  4. धूम्रपान से हार्ट फेलियर, हृदय गति रुकने, दिल का दौरा और संबंधित बीमारियों के विकास का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है, इसलिए इनके सेवन से बचें.

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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

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