गले से उतरते ही पित्त की थैली में जाकर पत्थर बन जाते हैं ये फूड्स, रोज खाते हैं तो अभी से जुटा लें ऑपरेशन की फीस
Pitt Ki Thaili Mein Pathri: पित्त की थैली में होने वाले स्टोन के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार खानपान की आदतें होती है. यदि आप रोज ये 5 फूड्स खाते हैं, तो जल्दी ही गाल ब्लैडर स्टोन के लक्षण नजर आ सकते हैं.
पित्ताशय की पथरी एक डाइजेस्टिव डिसऑर्डर है, जिसे हम आमतौर पर गैलस्टोन के नाम से भी जानते हैं. यह एक गंभीर समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है. रिपोर्ट के अनुसार, नॉर्थ इंडिया के लोगों में और महिलाओं में इसका जोखिम अधिक होता है.
पित्ताशय लिवर के पीछे हिस्से में मौजूद होता है, जिसमें भरा पित्त खाने के डाइजेशन के लिए जरूरी होता है. लेकिन कुछ फूड्स इसमें जाकर पत्थर की तरह जमने लगते हैं. ऐसे में असहनीय दर्द, बुखार, पीलिया, गाढ़े रंग का पेशाब का, खाना खाने के बाद पेट में दर्द, मल का रंग बदलने जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं. अगर स्टोन का साइज बड़ा हो तो इसे निकालने के लिए ऑपरेशन एक मात्र रास्ता बच जाता है. इसके लिए अस्पताल और शहर के अनुसार, 40-50 हजार का खर्च आ सकता है. ऐसे में बेहतर यही है कि इससे बचाव के लिए इन 5 फूड्स से परहेज करें.
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अनहेल्दी फैटी फूड्स
ज्यादा फैट वाले फूड्स जैसे- तले हुए स्नैक्स, फास्ट फूड और हैवी क्रीम, पित्ताशय की पथरी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. दरअसल, इन फूड्स के कारण पित्त के स्राव को प्रभावित करते हैं, जिससे पित्ताशय में ठोस पदार्थ बनने की संभावना बढ़ जाती है.
मैदा और रिफाइंड कार्ब्स
सफेद ब्रेड, पास्ता और अन्य रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स पित्ताशय के लिए हानिकारक हो सकते हैं. ये खाद्य पदार्थ जल्दी पच जाते हैं और शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ता है. लंबे समय तक इसका सेवन करने से पित्ताशय की पथरी का जोखिम बढ़ जाता है.
शुगर एडेड ड्रिंक
कोल्ड ड्रिंक्स और दूसरे मीठे पेय पित्ताशय की पथरी को ट्रिगर करने का काम करते हैं. इसमें उच्च मात्रा में शुगर होता है, जो शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाता है और गाल स्टोन का कारण बनता है.
रेड मीट
लाल मांस, जैसे कि गोमांस और भेड़ का मांस, पित्ताशय की पथरी का एक प्रमुख कारक है. इनमें उच्च मात्रा में संतृप्त वसा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है. इसके अलावा, लाल मांस का सेवन पित्ताशय के कार्य को प्रभावित कर सकता है, जिससे पित्ताशय में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है.
हाई-फैट डेयरी प्रोडक्ट
दूध, पनीर और अन्य डेयरी उत्पाद, जो ज्यादा फैट वाले होते हैं, पित्ताशय की पथरी के जोखिम को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं. इन उत्पादों में संतृप्त वसा की अधिकता होती है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है और गाल ब्लैडर में स्टोन बनाती है.
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.