दुनिया में हर मिनट भूख से होती है 11 लोगों की मौत, Oxfam ने अपनी रिपोर्ट में किया दावा
Advertisement
trendingNow1938514

दुनिया में हर मिनट भूख से होती है 11 लोगों की मौत, Oxfam ने अपनी रिपोर्ट में किया दावा

ऑक्सफैम (Oxfam) ने 'दि हंगर वायरस मल्टीप्लाइज' नाम की रिपोर्ट में कहा कि भुखमरी के कारण मरने वाले (Starvation Death) लोगों की संख्या कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों की संख्या (Covid-19 Death) से अधिक हो गई है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

काहिरा: गरीबी उन्मूलन के लिए काम करने वाले संगठन 'ऑक्सफैम' ने चौंकाने वाला खुलासा किया है और कहा है कि दुनियाभर में भुखमरी के कारण हर एक मिनट में 11 लोगों की मौत (Starvation Death) होती है. इसके साथ ही ऑक्सफैम (Oxfam) ने यह भी बताया है कि बीते एक साल में पूरी दुनिया में अकाल जैसे हालात का सामने करने वाले लोगों की संख्या छह गुना बढ़ गई है.

  1. कोरोना से ज्यादा भुखमरी के कारण मरे लोग
  2. भुखमरी के कारण हर एक मिनट में 11 लोगों की मौत होती है
  3. कोविड-19 से दुनिया में हर मिनट में करीब सात लोगों की जान जाती है

कोरोना से ज्यादा भुखमरी के कारण मरे लोग

ऑक्सफैम ने 'दि हंगर वायरस मल्टीप्लाइज' नाम की रिपोर्ट में कहा कि भुखमरी के कारण मरने वाले लोगों की संख्या कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों की संख्या (Covid-19 Death) से अधिक हो गई है. कोविड-19 के कारण दुनिया में हर एक मिनट में करीब सात लोगों की जान जाती है, जबकि भुखमरी से मरने वालों की संख्या प्रति मिनट 11 है.

15.5 करोड़ लोग कर रहे खाद्य असुरक्षा का सामना

ऑक्सफैम अमेरिका के अध्यक्ष और सीईओ एब्बी मैक्समैन ने कहा, 'आंकड़े हैरान करने वाले हैं, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ये आंकड़े उन लोगों से बने हैं जो अकल्पनीय पीड़ा से गुजर रहे हैं.' रिपोर्ट में कहा गया कि दुनिया में करीब 15.5 करोड़ लोग खाद्य असुरक्षा के भीषण संकट का सामना कर रहे हैं और यह आंकड़ा पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में दो करोड़ अधिक है. इनमें से करीब दो तिहाई लोग भुखमरी के शिकार हैं और इसकी वजह उनके देश में चल रहा सैन्य संघर्ष है.

ये भी पढ़ें- प्राइवेसी पॉलिसी एक्सेप्ट नहीं करने वालों को WhatsApp ने दी राहत, जानें कोर्ट में क्या कहा

भुखमरी की कगार पर 5.2 लाख से अधिक लोग

मैक्समैन ने कहा, 'कोविड-19 के आर्थिक दुष्प्रभाव और बेरहम संघर्षों, विकट होते जलवायु संकट ने 5.2 लाख से अधिक लोगों को भुखमरी की कगार पर पहुंचा दिया है. वैश्विक महामारी से मुकाबला करने के बजाए, परस्पर विरोधी धड़े एक दूसरे से लड़ रहे हैं जिसका असर अंतत: उन लाखों लोगों पर पड़ता है जो पहले ही मौसम संबंधी आपदाओं और आर्थिक झटकों से बेहाल हैं.'

भुखमरी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं ये देश

ऑक्सफैम (Oxfam) ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के बावजूद विश्व भर में सेनाओं पर होने वाला खर्च महामारी काल में 51 अरब डॉलर बढ़ गया, यह राशि भुखमरी को खत्म करने के लिए संयुक्त राष्ट्र को जितने धन की जरूरत है उसके मुकाबले कम से कम छह गुना ज्यादा है. इस रिपोर्ट में जिन देशों को 'भुखमरी से सर्वाधिक प्रभावित' की सूची में रखा है, वे देश हैं अफगानिस्तान, इथियोपिया, दक्षिण सूडान, सीरिया और यमन. इन सभी देशों में संघर्ष के हालात हैं.

संघर्ष नहीं रूके तो हालात हो जाएंगे विनाशकारी

मैक्समैन ने कहा, 'आम नागरिकों को भोजन और पानी से वंचित रखकर और उन तक मानवीय राहत नहीं पहुंचने देकर भुखमरी को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. बाजारों पर बम बरसाए जा रहे हों, फसलों और मवेशियों को खत्म किया जा रहा हो तो लोग सुरक्षित नहीं रह सकते और न ही भोजन तलाश सकते हैं.' संगठन ने सरकारों से अनुरोध किया कि वे संघर्षों को रोकें अन्यथा भुखमरी के हालात विनाशकारी हो जाएंगे.

लाइव टीवी

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news