श्रीनगर की गुंजन बस्ती के लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा चलाई गई स्कीम के तहत 30 करोड़ रुपयों की लागत से 12 कम्युनिटी सेंटर बन रहे हैं. अब केवल 5 हज़ार में लोगों को शादी-ब्याह और अन्य कार्यक्रमों के लिए जगह मिल सकेगी.
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श्रीनगर: श्रीनगर की गुंजन बस्ती के लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा चलाई गई स्कीम के तहत 30 करोड़ रुपयों की लागत से 12 कम्युनिटी सेंटर बन रहे हैं. अब केवल 5 हज़ार में लोगों को शादी-ब्याह और अन्य कार्यक्रमों के लिए जगह मिल सकेगी. श्रीनगर शहर की गुंजन बस्ती में लोगों को शादी-ब्याह और पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए जगह हासिल करना बेहद मुश्किल होता था और अगर जगह मिलती भी थी तो वह लाखों के किराए पर मिलती थी वो भी अपने इलाक़े से दूर. लोगों की इस मुश्किल को सरकार ने अब आसान कर दिया है. केंद्र सरकार द्वारा स्पेशल ऐरिया डिवेलप्मेंट प्रोग्राम के तहत इन कोमिनिटी सेंटरों का निर्माण किया जा रहा है. इनमें से 90% तैयार हो चुके हैं और बाकी पर भी काम तेज़ी से चल रहा है, श्रीनगर की बात करें तो यहां की करीब 25% आबादी बीपीएल है जिन्हें काफी राहत मिलेगी.
श्रीनगर ज़िला कमिश्नर शाहिद चौधरी के मुताबिक, "श्रीनगर की बात करें तो यहां 25% बीपीएल आबादी है. 2011 की जनगणना के मुताबिक खासकर डाउंटाउन की बात करें तो जहां सामाजिक कार्यक्रमों के लिए जगह नहीं हैं. जहां मैरेज हॉल या कम्युनिटी सेंटर नहीं हैं तो उन स्थानों को चिन्हित करके स्पेशल ऐरिया डिवेलप्मेंट प्रोग्राम के तहत 12 कम्युनिटी सेंटर बना रहे हैं और काम से काम 500 से 1000 इसकी बुकिंग हैं. प्राइवेट में पैसा बहुत पैसा लगता है. मगर यहां एक तो पैसा कम लगता हैं और बुकिंग भी आसान है. हम स्टाफ भी रख रहे हैं ताकि लोगों को सर्विस आसानी से मिले जब नेट चलेगा तो लोग इसकी बुकिंग ऐप से भी कर सकते हैं. लोगों की डिमांड और आ रही है. हमारी कोशिश है कि इस तरह के और सेंटर बनाए जाएं."
लोग भी सरकार के इस काम को सराह रहे हैं क्यूंकि इस सुविधा से लोगों को काफ़ी राहत मिल रही है. एक कम्युनिटी सेंटर में हर किस्म की सुविधा देने की कोशिश की गई है. हर कम्युनिटी सेंटर में दो बड़े हाल हैं. दो से तीन कमरे हैं, करीब आधा दर्जन बाथरूम हैं. इसके अलावा, कश्मीर की शादी जहां पारंपरिक तौर से खाना बनता उसके लिए भी सुविधा को ध्यान में रखा गया है. लोग मानते हैं कि ऐसी सुविधा हर इलाके में मिलनी चाहिए जो सस्ती और खूबसूरत है. स्थानीय निवासी बिलाल अहमद ने कहा "यहां हर तरह की सुविधा है. हॉल है, कमरे हैं. कुकिंग के लिए जगह है. इलाक़े के लोगों को काफ़ी राहत मिलेगी."
यह कम्यूनिटी सेंटर बेहद खूबसूरत और कश्मीरी परंपरों और नक्शनगरी को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं. इन की छात और दरवाज़े लकड़ी पर कश्मीरी नक्काशी करके बनाए जा रही हैं. हॉल में क़ालीन बिछाए गए हैं. बाथरूम में सभी नवीनतम सुविधाएं रखी गई हैं. यह सेंटर श्रीनगर स्मार्ट सिटी कार्यक्रम का एक हिसा हैं और इनमें सर्विस भी श्रीनगर स्मार्ट से जुड़े के कर्मचारी ही दे रहे हैं. सरकार को उमीद है कि यह सेंटर लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगे.