जन्माष्टमी के त्योहार से पहले उत्तर प्रदेश के वृंदावन स्थित इस्कॉन मंदिर को सील कर दिया गया है. मंदिर के पुजारी समेत 22 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद ये फैसला लिया गया.
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वृंदावन: जन्माष्टमी के त्योहार से पहले उत्तर प्रदेश के वृंदावन स्थित इस्कॉन मंदिर को सील कर दिया गया है. मंदिर के पुजारी समेत 22 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद ये फैसला लिया गया. देशभर में 12 अगस्त को धूम धाम से कृष्ण जन्म के महोत्सव को मनाने की तैयारी है, वहीं यहां काम करने वाले स्टाफ और संस्था से जुड़े लोगों में में हड़कंप मच गया है.
मंदिर प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक, सबसे पहले एक शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया, उसके बाद उनके संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट करने के बाद उनकी भी कोरोना जांच कराई गई थी. सभी की रिपोर्ट आने के बाद मंदिर परिसर को सील करने का फैसला लिया गया.
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धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, माना जाता है कि श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद महीने की रात में हुआ था और उस समय अष्टमी तिथी थी. भगवान के जन्म दिन का उत्सव उनकी छठी होने तक चलता है.
जन्माष्टमी पर कोरोना का साया जरूर है, लेकिन कोरोना भक्तों की आस्था और विश्वास को कम नहीं कर पाया है.यही वजह है भक्त अपने भगवान के बाल रूप लडडू गोपाल के श्रृंगार के लिए आसन और वस्त्रों के लिए बाजार का रूख कर रहे हैं. जन्माष्टमी की पावन बेला पर भगवान श्री कृष्ण को लड्डू गोपाल के रूप में पूजा जाता है उनका श्रृंगार किया जाता है उन्हें झूला झूलाया जाता है. और कई तरह के प्रसाद बनाकर उन्हे भोग लगाया जाता है.