सुधीर चौधरी लगातार गुजारिश करते रहे कि हम आपसे मिलना चाहते हैं. आपकी बात को देश के समक्ष रखना चाहते हैं लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने उनको जाने से रोक दिया.
Trending Photos
नई दिल्ली: सीएए के खिलाफ एक महीने से भी अधिक समय से शाहीन बाग में प्रदर्शन हो रहा है. ये सीएए के खिलाफ बगावत की पहचान बन चुका है. प्रदर्शनकारी अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन तस्वीर का एक दूसरा पहलू ये भी है कि मीडिया को यहां रिपोर्टिंग करने से रोका जा रहा है. आज ZEE NEWS के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी को वहां जाने से प्रदर्शनकारियों ने रोका. उनको बैरिकेडिंग से आगे नहीं बढ़ने दिया गया.
#370InShaheenBagh : लोकतंत्र के नाम पर दाग़ है, ये शाहीन बाग़ है
देखिये दिल्ली के शाहीन बाग़ से #DNA रात 9 बजे @sudhirchaudhary के साथ pic.twitter.com/8FTVi6jZLx— Zee News Hindi (@ZeeNewsHindi) January 27, 2020
सुधीर चौधरी लगातार गुजारिश करते रहे कि हम आपसे मिलना चाहते हैं. आपकी बात को देश के समक्ष रखना चाहते हैं लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने उनको आगे नहीं बढ़ने दिया गया. उनके साथ NEWS NATION के कंसल्टिंग एडिटर दीपक चौरसिया भी शाहीन बाग गए थे. देश के दोनों वरिष्ठ पत्रकारों को शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों ने एंट्री नहीं करने दी.
#ShaheenBagh के प्रदर्शनकारी कहते हैं हमें वहाँ घुसने की इजाज़त नहीं है।शाहीन बाग़ में जाने के लिए अब अलग वीज़ा लेना होगा? क्या शाहीन बाग़ में ख़त्म हो जाती है भारत की सीमा? कश्मीर की तरह यहाँ Go Back के नारे लग रहे हैं।इतनी असहनशीलता? #370InShaheenBagh pic.twitter.com/lYTjTiJJUK
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) January 27, 2020
इस संबंध में सुधीर चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि आज मैं और दीपक चौरसिया शाहीन बाग गए. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम शाहीन बाग में ‘Allowed’नहीं हैं. रोकने के लिए पहली पंक्ति में महिलाओं को खड़ा कर दिया. पुरुष पीछे खड़े हो गए. नारेबाज़ी हुई. राजधानी में ये वो जगह है जहां पुलिस भी नहीं जा सकती. लोकतंत्र का मज़ाक़ है ये.
उन्होंने कहा कि हर शहर में एक मोहल्ला होता है जहां पुलिस भी जाने से डरती है, वहां देश का क़ानून नहीं चलता. दिल्ली में वो मोहल्ला शाहीन बाग है. आज मैं और दीपक चौरसिया जब शाहीन बाग पहुंचे तो पाया कि यहां देश का कानून नहीं चलता. आर्टिकल 370 अब शाहीन बाग़ में लागू है.
उन्होंने कहा कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी कहते हैं कि हमें वहां घुसने की इजाज़त नहीं है. शाहीन बाग़ में जाने के लिए अब अलग वीज़ा लेना होगा? क्या शाहीन बाग़ में ख़त्म हो जाती है भारत की सीमा? कश्मीर की तरह यहां Go Back के नारे लग रहे हैं. इतनी असहनशीलता? उन्होंने कहा कि आज जब मैं और दीपक चौरसिया पहुंचे तो कश्मीर की तर्ज़ पर Go Back के नारे लगने लगे. पल भर को लगा कि जैसे हम किसी दूसरे देश में आ गए हैं.