'अभयमुद्रा का जिक्र किसी इस्लामिक किताब में नहीं, राहुल को समझ होनी चाहिए', अजमेर शरीफ दरगाह ने दी नसीहत
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'अभयमुद्रा का जिक्र किसी इस्लामिक किताब में नहीं, राहुल को समझ होनी चाहिए', अजमेर शरीफ दरगाह ने दी नसीहत

Rahul Gandhi on Muslims: अजमेर शरीफ के गद्दी नशीन हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने कहा, 'हमने विपक्ष के नेता राहुल गांधी का बयान सुना है, जिसमें उन्होंने 'अभयमुद्रा' के प्रतीक को इस्लामी प्रार्थना या इस्लामी पूजा से जोड़ने की बात की है, जिसका जिक्र किसी भी पवित्र ग्रंथ या संतों की बातों में भी नहीं है.

'अभयमुद्रा का जिक्र किसी इस्लामिक किताब में नहीं, राहुल को समझ होनी चाहिए', अजमेर शरीफ दरगाह ने दी नसीहत

Rahul Gandhi On Islam: नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में बीजेपी पर जमकर हमला बोला. राहुल ने बीजेपी पर देश में हिंसा, नफरत और डर फैलाने का आरोप लगाया और दावा किया कि ये लोग हिंदू नहीं हैं क्योंकि 24 घंटे की हिंसा की बात करते हैं. राहुल ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि शंकर भगवान से सच, साहस और अहिंसा की प्रेरणा मिलती है. राहुल ने कहा, 'भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत.' उन्होंने भगवान शिव की अभय मुद्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इस मुद्रा का उल्लेख इस्लाम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन, सभी धर्मों में हैं.'

अभय मुद्रा को लेकर अब उनके इस बयान पर अजमेर शरीफ दरगाह की ओर से टिप्पणी आई है. अजमेर शरीफ के गद्दी नशीन हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने कहा, 'हमने विपक्ष के नेता राहुल गांधी का बयान सुना है, जिसमें उन्होंने 'अभयमुद्रा' के प्रतीक को इस्लामी प्रार्थना या इस्लामी पूजा से जोड़ने की बात की है, जिसका जिक्र किसी भी पवित्र ग्रंथ या संतों की बातों में भी नहीं है. किसी भी अन्य प्रतीकात्मक मुद्रा को इस्लाम के दर्शन और आस्था से जोड़ना सही बात नहीं है. मुझे लगता है कि राहुल गांधी को इस बात की समझ होनी चाहिए कि कौन से प्रतीक किस आस्था का हिस्सा हैं.'

'हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता'
 
दरअसल राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा, हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता. राहुल गांधी ने जब बीजेपी पर यह आरोप लगाया तो पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताते हुए यह कहा कि कांग्रेस नेता ने पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहा है. राहुल ने भाजपा पर युवाओं, छात्रों, किसानों मजदूरों, दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों में डर पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग अल्पसंख्यकों, मुसलमानों, सिखों एवं ईसाइयों को डराते हैं, उन हमला करते हैं और उनके खिलाफ नफरत फैलाते हैं, लेकिन अल्पसंख्यक इस देश के साथ चट्टान की तरह मजबूती से खड़ा रहा है और उन्होंने अलग अलग क्षेत्रों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है.

सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक के बीच राहुल गांधी ने कहा, 'जो अपने आप को हिंदू कहते हैं कि वो 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं. आप (भाजपा) हिंदू नहीं हैं.' इस पर प्रधानमंत्री ने दखल देते हुए कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ठीक नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'नेता विपक्ष ने कहा है कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वो हिंसा करते हैं. इनको मालूम नहीं है कि करोड़ों लोग अपने आप को गर्व से हिंदू को कहते हैं, क्या वो सभी लोग हिंसा करते हैं। उन्हें (राहुल) माफी मांगनी चाहिए.'

बीजेपी ने बोला हमला
 
उन्होंने आरोप लगाया, 'इमरजेंसी में पूरे देश को भयभीत किया गया. आपातकाल के समय वैचारिक आतंक था. दिल्ली में हजारों सिख भाइयों का कत्लेआम उनके (कांग्रेस) शासनकाल में हुआ.' इस पर राहुल गांधी ने कहा, 'नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं. भाजपा पूरा हिंदू समाज नहीं है और ना ही आरएसएस. ये ठेका भाजपा का नहीं है.' सदन में भारी शोर-शराबे के बीच बिरला ने राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें सदन में अपनी बात रखते समय पूरा ध्यान रखना चाहिए.

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