Night Curfew: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa)ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान करते हुए यह भी कहा कि कोरोना टेस्ट कराने के लिए सभी हवाई अड्डों पर इंतजाम किए गए हैं और स्वास्थ्य कर्मचारियों को तैनात किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी शहर में बिना टेस्ट के प्रवेश न कर पाए.
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बेंगलुरु: कोरोना (CoronaVirus) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कर्नाटक (Karnataka) में नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगाया गया है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान करते हुए बताया कि 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक रात 10 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा. इस दौरान, अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी. इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) की घोषणा की थी. ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद पूरी दुनिया खौफ में है. इसी के मद्देनजर, कर्नाटक और महाराष्ट्र में रात का कर्फ्यू लगाया गया है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa)ने कहा कि इस फैसले का क्रिसमस की पूर्व संध्या पर होने वाले कार्यक्रमों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हालांकि, इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री ने कहा था कि अभी राज्य में नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगाने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा था, ‘हमें पता चला है कि चेन्नई में ब्रिटेन से पहुंचा एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया है. हमें ज्यादा सावधानी बरतनी होगी. बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की हवाई अड्डों पर जांच की जाएगी’.
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राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने बताया कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए स्ट्रेन के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है. क्योंकि नए स्ट्रेन के 70 फीसदी ज्यादा तेजी से फैलने की आशंका है. उन्होंने कहा कि नए साल के मौके पर होने वाले समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोरोना नियमों के उल्लंघन की आशंका को देखते हुए भी नाइट कर्फ्यू लगाया गया है.
नए नियमों के तहत कर्नाटक पहुंचने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को कोरोना वायरस नेगेटिव होने का प्रमाणपत्र पेश करना होगा. यदि टेस्ट उनके आगमन से अधिकतम 72 घंटे पहले किया गया होगा, तभी उसकी रिपोर्ट को स्वीकार किया जाएगा. इसके अलावा, राज्य के एयरपोर्ट्स पर भी टेस्ट की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्ट कराने के लिए हवाई अड्डों पर सभी इंतजाम किए गए हैं और स्वास्थ्य कर्मचारियों को तैनात किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी शहर में बिना टेस्ट के प्रवेश न कर पाए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य में स्कूल एक जनवरी से खोले जाएंगे.