Crime News: गुस्साए परिजनों और ग्रामीण किसान का शव लेकर लाल डिग्गी जिला बिजली दफ्तर पहुंचे. उन्होंने वहां शव रखकर प्रदर्शन किया. मामला बढ़ता देख अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए और कहा कि दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
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UP Crime News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. अलीगढ़ बिजली विभाग से परेशान होकर एक किसान ने आत्महत्या कर ली. अब मृतक के परिजन बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पिछले दिनों किसी घटना के बाद किसान का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था. बिजली नहीं मिलने के कारण किसान की फसल बर्बाद हो गई और उसने दुखी होकर जान दे दी.
इसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीण किसान का शव लेकर लाल डिग्गी जिला बिजली दफ्तर पहुंचे. उन्होंने वहां शव रखकर प्रदर्शन किया. मामला बढ़ता देख अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए और कहा कि दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. मामला दादो थाना इलाके के नगला ककरुआ का है, जहां सिविल लाइन थाना इलाके के लाल डिग्गी बिजली दफ्तर पर ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे हैं.
काट दिया था किसान का कनेक्शन
मृतक के रिश्तेदार भूरी सिंह ने बताया है कि मृतक छविराम सिंह ने 6 महीने पहले एक बिजली कनेक्शन कराया था. 6 महीने बाद ही एसडीओ साहब ने उनकी लाइन को काट दिया था. इसके बाद से वह कनेक्शन बहाल करने के लिए लगातार चक्कर लगा रहे थे. लेकिन लाइन नहीं जोड़ी गई और फसल सूख गई.
भूरी सिंह ने आगे कहा, इसकी शिकायत हमने लिखित में अधिकारियों से भी की थी, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई. बुधवार को वह घर से खाना खाकर कनेक्शन जुड़वाने के लिए लाल दिग्गी के लिए निकले थे. यहां आकर अधिकारियों से क्या बात हुई हमें पता नहीं है. कनेक्शन ना जोड़ने के कारण इन्होंने परेशान होकर रेलवे लाइन पर जाकर आत्महत्या कर ली है.
पत्नी गुजर चुकी है, परिवार में तीन बच्चे
रिश्तेदार ने बताया कि इनके तीन बच्चे दो बेटियां और एक बेटा है. तीनों ही नाबालिग हैं. पत्नी पहले ही गुजर चुकी हैं. हमारी मांग है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. तीनों बच्चों के लिए आर्थिक मदद होनी चाहिए. एसडीओ के खिलाफ लिखित शिकायत दे दी है.
दोषियों के खिलाफ लेंगे एक्शन
मामले पर मजिस्ट्रेट संजय मिश्रा ने बताया कि अतरौली तहसील के लोग आए हैं. उनकी बिजली से जुड़ी समस्या थी, जिसको लेकर कई बार वह अधिकारियों से मिले. उनकी समस्या हल नहीं हुई. इसके चलते छविराम सिंह ने आत्महत्या कर ली है. उनका आरोप है कि समस्या का समाधान हो गया होता तो आत्महत्या नहीं करते.
इस ज्ञापन को मैंने संबंधित अधिकारी को मार्क कर दिया है. वह एक बार पूरे प्रकरण की जांच कर लें. घटना की सही जानकारी मिल जाए, बिजली विभाग के लोगों की इसमें क्या भूमिका है उसकी भी जांच कर ले. एक हफ्ते में जांच रिपोर्ट वह हमें सौंपेंगे. दोषी पाए जाने के बाद एक्शन लिया जाएगा. जिस व्यक्ति ने आत्महत्या की है वह किसान है.