Weather Update : मौसम के मूड को समझना मुश्किल क्यों है? अब सर्दियों के सीजन को लेकर सामने आई ये खबर
मौसम अपडेट 6 अक्टूबर: अब इसे `मोये मोये` नहीं तो और क्या संज्ञा दी जाए, जो मौसम अपने अजब-गजब रंग दिखा रहा है. मौसम की इस बेइमानी या कथित वेदर के मूड स्विंग की वजह के साथ-साथ आपको बताते हैं दिल्ली-एनसीआर की हवा का हाल (AQI) जो सर्दियों की शुरुआत होती ही जहरीली होने लगती है.
Delhi-NCR Weather update: मौसम अजब-गजब रंग दिखा रहा है. 2024 के वेदर पैटर्न का विश्लेषण (2024 Weather Analysis) करे तो हमें 2023 के मौसम के मिजाज को भी ध्यान में रखना होगा. पिछले साल अगस्त, सितंबर और नवंबर का महीना 1901 के बाद से सबसे गर्म महीना घोषित हुआ था. तब मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युजंय महापात्र ने दिसंबर 2023 की शुरुआत में कहा था कि अगले साल फरवरी 2024 तक देश के अधिकतर हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है.
इससे पहले आंकड़ों के हिसाब से 2016 और 2020 को सबसे गर्म 'साल' बताया गया था. दिसंबर 2022 में भी दिल्ली कमोवेश गर्म ही थी. दिन की धूप तेज थी, जिसमें देर तक खड़े होना मुश्किल था. 11 दिसंबर 2022 को दिल्ली का अधिकतम तापमान 28.4 रिकॉर्ड हुआ था. 2022 और 2023 की तरह 2024 में यानी इस बार भी मौसम (ठंड) का मूड समझना आसान नहीं होगा.
2024 में बारिश भले ही सामान्य से ज्यादा हुई हो लेकिन हालात लगभग वैसे ही यानी 'गर्म' रहे. अक्टूबर आ गया है, फिर भी पंखा चलाना पड़ रहा है. उमस बढ़ जाती है तो जिनके पास सुविधा है वो डीह्यूमिडिफायर (Dehumidfier ) यानी ह्यूमिडिटी कम करने वाली मशीन या फिर एसी चलाकर खुद को मौसम के अनुकूल बना रहे हैं.
2024 में भारी गर्मी के बाद भीषण ठंड की आशंका
देश में सर्दी का मौसम कहने को चार महीने यानी उत्तर भारत में ठंड का असर अक्टूबर से जनवरी तक रहता है. लेकिन कड़ाके की ठंड दिसंबर और जनवरी में पड़ती है. लोग इन्हीं दो महीने को सर्दी मानते हैं. इस साल मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि जबरदस्त गर्मी झेलने के बाद अब देशवासियों को भयानक सर्दी का भी सामना करना पड़ सकता है. 2024 में भारत में हीटस्ट्रोक के 40 हजार से अधिक संदिग्ध केस सामने आए. IMD इस बार के लिए कह चुका है कि 2024 में लोगों को कड़ाके की ठंड झेलनी पड़ सकती है. IMD ने इसके पीछे मौसम संबंधी 'ला नीना' पैटर्न को जिम्मेदार बताया है.
दिल्ली में शनिवार को अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से दो डिग्री अधिक है. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तामपान से 3.9 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. दिल्ली में सुबह साढ़े 8 बजे आर्द्रता का स्तर 69 प्रतिशत दर्ज हुआ. मौसम विभाग ने राजधानी में रविवार को बादल छाए रहने तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 36 और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना जताई है.
दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 72 प्रतिशत रहा. मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने तथा अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए जाने का अनुमान जताया है. वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजे 142 दर्ज किया गया जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में 24 घंटे का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शाम चार बजे 145 दर्ज किया गया जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है. 0 से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है.
मौसम के मूड को समझना मुश्किल!
हालांकि मॉनसून की भारत में केरल से ENTRY से EXIT तक मौसम आकलन से परे (Unpridectable) रहा. दो दिन पहले आना हो या पूरे रूट में देश के अलग-अलग हिस्सों को भिगोना, खुद आईएमडी ने कहा कि इस बार मौसमी गतिविधियों का पैटर्न समझना मुश्किल रहा. कोई भी साल हो तमाम एजेंसियों की भविष्यवाणियां आखिर क्यों गलत साबित होती है? इसकी वजह हर बार अलग-अलग हो सकती है. कभी पश्चिमी विक्षोभ तो कभी 'ला नीना' और 'अल नीनो' जिम्मेदार होते हैं. ऐसे में इस बार भी ठंड को लेकर मौसम विज्ञानियों की भविष्यवाणियां कितनी सच होंगी? ये बताना फिलहाल जल्दबाजी में दिया गया निष्कर्ष होगा.
ये भी पढ़ें- Sex With Prisoners: जेल के अंदर होता था हवस का गंदा काम, कैदी संग संबंध बनाती नजर आई लेडी पुलिस अफसर