Jammu-Kashmir: 28 जून से शुरू होगी पवित्र Amarnath Yatra, श्राइन बोर्ड ने किया तारीखों का ऐलान
अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) की तारीख की घोषणा हो गई है. यात्रा की शुरुआत 28 जून से होगी. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Shree Amarnath Shrine Board) की बैठक में शनिवार को यह फैसला लिया गया है.
श्रीनगर: बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए एक अच्छी खबर है. पवित्र अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) की तारीख की घोषणा हो गई है. इस साल यात्रा की शुरुआत 28 जून से होगी और इसका समापन 22 अगस्त के दिन होगा. इस दिन रक्षाबंधन भी पड़ रहा है. ऐसा बार होगा जब अमरनाथ यात्रा 56 दिनों तक चलेगी.
इस कारण खास होगी यात्रा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Shree Amarnath Shrine Board) की बैठक में शनिवार को यह फैसला लिया गया है. दिलचस्प बात ये है कि जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद ये पहली अमरनाथ यात्रा है. क्योंकि बीते साल कोरोना (Coronavirus) महामारी के चलते वार्षिक अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया था.
ये भी पढ़ें:- जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमला, 2 पुलिसकर्मी घायल
अप्रैल में शुरू होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
यात्रा में शामिल होने के श्रद्धालुओं को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा. अधिकारियों के अनुसार, 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की जाएगी. श्रद्धालु पंजाब नेशनल बैंक (PNB), जम्मू-कश्मीर बैंक (J&K Bank) और यस बैंक (YES Bank) की 446 चयनित ब्रांचों में जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे.
ये भी पढ़ें:- पेट्रोल के बढ़ते दाम भूल जाएं, सिंगल चार्ज पर 150KM चलेगी ये शानदार बाइक
इस उम्र के लोगों को यात्रा की अनुमति नहीं
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने इस साल दोनों मार्गों (अनंतनाग जिले के पहलगाम में 46 किलोमीटर लंबे पारंपरिक मार्ग और गंदेरबल जिले के बालटाल में 12 किलोमीटर लंबे रास्ते) से एक साथ यात्रा शुरू करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, 'इस साल सरकार द्वारा जारी कोविड-19 गाइडलाइन के तहत यात्रा होगी. 13 साल से कम और 75 वर्ष से अधिक आयु के किसी व्यक्ति को यात्रा की अनुमति नहीं होगी.'
ये भी पढ़ें:- क्रेडिट कार्ड से है शॉपिंग की 'लत', इस नशे की तरह पड़ता है दिमाग पर असर
इस साल 'फ्री' में मिलेगा कार सेवा
इस मीटिंग में यात्रियों की दैनिक संख्या को 7,500 से बढ़ाकर 10 हजार करने का भी निर्णय लिया है. इनमें हेलीकॉप्टरों से यात्रा करने वाले यात्री शामिल नहीं होंगे. इस साल की यात्रा की खास बात बालटाल से डोमेल के बीच के 2.75 किलोमीटर लंबे हिस्से में आवाजाही के लिए बैटरी से चलने वाली कार की सेवा निशुल्क उपलब्ध कराना है. इसके अलावा अगले 3 साल के लिए पुजारियों का दैनिक वेतन 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये करने का निर्णय भी लिया है.
ये भी पढ़ें:- हवाई सफर से पहले जान लें नए नियम, लापरवाही बरतने पर हो सकते हैं बैन
भारतीय सेना ने शुरू की तैयारी
वहीं भारतीय सेना (Indian Army) ने भी यात्रा के लिए सुरक्षा प्लान तैयार कर लिया है. फरवरी में आए एक बयान के अनुसार, दक्षिण कश्मीर (South Kashmir) में सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है. यहां आतंकवादी संगठनों में शामिल होने वालों की संख्या में भी काफी कमी आई है. पहलगाम रिसॉर्ट समेत घाटी में पर्यटकों की भारी भीड़ इस सुधार की गवाही देती है. सेना हर तरफ की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. इस बार यात्रा के मार्ग पर बलों की तैनाती का ध्यान रखा जाएगा और जहां जरूरत होगी वहां अतिरिक्त बल लगाए जाएंगे.
LIVE TV